Atulya loktantra Haryana India News: तीन कृषि कानून रद्द नहीं करने पर लंबे समय से किसान आंदोलनरत हैं। जो लगातार दिल्ली सहित जिले में बने टोल प्लाजा पर धरना दे रहे हैं।
इससे भी सरकार नहीं मानी तो किसान नेता राकेश टिकैत ने एक सभा में ऐलान किया था कि जब तक तीनों कृषि कानून रद्द नहीं हो जाते जब तक धरना जारी रहेगा। इस दौरान कोई किसान फसल काटने भी नहीं जाएगा चाहे उसे अपनी फसल ट्रैक्टर चलाकर नष्ट ही क्यो न करनी पड़े।
2020 Indian Agriculture Acts Protests:
अब तक Haryana प्रदेश के कई जिलों में किसानों ने अपनी फसले बर्बाद कर दी हैं जिसकी आंच दादरी जिले में भी पहुंच गई है। बुधवार को गांव चरखी निवासी किसान ने अपनी चार एकड़ जमीन में लगी गेहूं की फसल पर ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर दिया। पांच एकड़ में से एक एकड़ फसल ही बचाई।
गांव चरखी के किसान किसानों के समर्थन में ओमप्रकाश ने बताया कि उसके पास 5 एकड़ जमीन है और उनमें गेहूं की फसल लगाई हुई थी। यह फसल अब पकाई पर पहुंच चुकी है। ऐसे मंे ओमप्रकाश ने कहा कि वह धरने पर जाए या फिर अपनी फसल काटे। इसलिए बुधवार को चार एकड़ में लगी गेहूं की फसल पर उसने ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर दिया। ओमप्रकाश ने बताया कि उसने सिर्फ एक एकड़ फसल ही बचाई है जिससे उसके घर पर ही खाने के काम लिया जा सके।
2020 Indian Agriculture Acts Protests किसानों के समर्थन में ओमप्रकाश ने कहा कि
- अब हम अपनी फसलों को तो बर्बाद करेंगे ही।
- मगर अब दूध भी महंगा करेंगे।
- जो अब तक 50 रूपये लीटर बेचा जाता है वह शहर में 100 रूपये लीटर बेचा जाएगा।
- अगर जरूरत पड़ी तो दूध की बिक्री ही बंद कर दी जाएगी।