New Delhi/Atulya Loktantra: देश में जब किसान आंदोलन चरम पर है. कई तरह की मांगों को लेकर ठंड में भी किसान सड़क पर बैठे है. सरकार ने साल 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य रखा है. तब यह जान लेना दिलचस्प है कि किसानों की कमाई वास्तव में कितनी होती है…
देश के अरबपतियों से लेकर गरीब-मध्यम वर्ग तक, सबका पेट भरने वाला किसान खुद अपना पेट बड़ी मुश्किल से भर पाता है. एक सर्वे के मुताबिक भारतीय किसान की औसत कमाई सालाना 77,124 रुपये है. यह एक महीने में महज 6,427 रुपये बनता है. यह हाल तब है जब किसान का औसत सालाना खर्च भी करीब 6,227 रुपये है.
यानी किसान के पास बचत के नाम पर ठन-ठन गोपाल है. इसीलिए अक्सर उसे इलाज, या बीज-खाद जैसे इनपुट के लिए कर्ज लेना पड़ता है और देश में बड़ी संख्या में हर साल कर्जदार किसान आत्महत्या कर लेते हैं.
काॅरपोरेट में काम करने वाले फ्रेशर से भी कम आमदनी
किसानों की कमाई का औसत देखें तो इस मामले में पंजाब सबसे आगे और बिहार सबसे पीछे है. सबसे ज्यादा औसत कमाई पंजाब के किसानों की सालाना 2,16,708 रुपये की है. लेकिन सबसे ज्यादा कमाई वाले पंजाब के औसत को देखें तो भी यह गौर करने वाली बात यह है कि किसी अच्छी काॅरपोरेट कंपनी में काम करने वाले किसी फ्रेशर युवा की आमदनी से भी कम है. पंजाब के बाद सबसे ज्यादा औसत कमाई हरियाणा के किसानों की सालाना 1,73,208 रुपये है.
तीसरे स्थान पर यह राज्य है
इसके बाद किसानों की कमाई के मामले में तीसरा स्थान जम्मू-कश्मीर का है, जहां किसानों की सालाना औसतन कमाई 1,52,196 रुपये की है. कश्मीर के किसानों की आमदनी गुजरात, महाराष्ट्र जैसे संपन्न राज्यों से भी काफी ज्यादा है.
केरल में किसानों की औसत सालाना कमाई 1,42,668 रुपये की है. केरल के बाद स्थान कर्नाटक का है, जहां के किसानों की सालाना औसत कमाई 1,05,984 रुपये की है. संपन्न कहे जाने वाले राज्यों गुजरात के किसानों की सालाना औसत कमाई 95,112 रुपये तो महाराष्ट्र के किसानों की औसत सालाना कमाई 88,620 रुपये की है.
मध्य भारत की बात करें तो राजस्थान के किसानों की सालाना औसत कमाई 88,188 रुपये, मध्य प्रदेश के किसानों की औसत सालाना कमाई 74,508 रुपये की है. छत्तीसगढ़ के किसानों की औसत सालाना आमदनी 62,124 रुपये है.
ओडिशा के किसानों की औसत सालाना आमदनी 59,712 रुपये, तो पश्चिम बंगाल के किसानों की सालाना आमदनी 47,760 रुपये है. इसी तरह झारखंड के किसानों की सालाना औसत आय 56,652 रुपये है.
यूपी-बिहार की हालत सबसे खराब
उत्तर प्रदेश और बिहार सूची में सबसे नीचे रहने वाले उन राज्यों में शामिल हैं, जहां किसानों की औसत आमदनी सबसे कम है. उत्तर प्रदेश के किसानों की औसतन सालाना आय सिर्फ 58,944 रुपये तो बिहार के किसानों की औसत सालाना आय सिर्फ 42,684 रुपये है. बिहार इस सूची में सबसे निचले पायदान पर है. यह हाल तब है जब इन राज्यों में बेहद उपजाऊ कहे जाने वाले गंगा-यमुना के मैदानी इलाके हैं.