उत्तर प्रदेश में तेज बारिश के चलते कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित लखीमपुर खीरी है। यहां 5 तहसीलों के 350 गांवों में पानी घुस गया है। वहीं, ललितपुर में बारिश से गोविंद सागर बांध के 4 और गेट खोलने पड़े। पहले से ही 16 गेट खुले हैं। इससे आस-पास के इलाकों में पानी भर गया।
शनिवार को उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के चलते चार लोगों की मौत हो गई। उत्तराखंड के नई टिहरी में भूस्खलन से एक मां-बेटी की मौत हो गई, जबकि उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के एक गांव में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई।
महाराष्ट्र में 24 जुलाई को पुणे में हुई भारी बारिश में बहे 26 साल के शख्स का शव शनिवार को बरामद हुआ। पुणे में बुधवार से अब तक छह लोगों की मौत हो गई है। वहीं नवी मुंबई में शनिवार को एक इमारत ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। मौसम विभाग ने आज 22 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल में मानसून की शुरुआत से अब तक 56 मौतें
हिमाचल प्रदेश में मानसून की शुरुआत से लेकर अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 56 लोगों की मौत हो चुकी है और राज्य को अब तक 410 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के मुताबिक 21 लोग ऊंचाई से गिरने, 18 डूबने, 8 सांप के काटने, 8 की बिजली के करंट से और एक की बाढ़ में बहने से मौत हुई है। भूस्खलन या बादल फटने से किसी मौत की सूचना नहीं है।
आगे कैसा रहेगा मौसम…
29 जुलाई को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, ओडिशा, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, केरल, कर्नाटक, नगालैंड, मणिपुर कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश और गुजरात में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बिजली चमकने की संभावना है।
आगरा के रास्ते यूपी में फिर से लौटने वाला मानसून मध्य प्रदेश की तरफ शिफ्ट हो गया है। मौसम विभाग ने बताया कि मानसून ट्रफ लाइन यानी लो प्रेशर एरिया अभी ग्वालियर से सीधी की तरफ है। यूपी में 2 दिन बाद फिर से मानसून एंट्री कर सकता है। आज 7 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी है।
मध्यप्रदेश में अब तक मानसून सीजन की 103% बारिश हो चुकी है। 16 इंच के मुकाबले 16.5 इंच यानी 0.5 इंच ज्यादा पानी गिर चुका है। यह औसत बारिश से 3% ज्यादा है। प्रदेश की छोटी नदियां उफान पर हैं, बड़ी नदियों और बांधों में लगातार पानी बढ़ रहा है। आज 15 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
बिहार में पिछले दो हफ्तों से मानसून कमजोर बना हुआ है। इस वजह से 37 जिलों में कम बारिश हुई है। 1 जून से अब तक किशनगंज को छोड़कर प्रदेश के सभी जिलों में सामान्य से कम बारिश देखने को मिली है। मौसम विभाग की माने तो आने वाले दिनों में इसमें सुधार होने की उम्मीद है।