पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर ईस्ट के भूपतिनगर में शुक्रवार रात NIA की टीम पर हमला हुआ। इस दौरान एक अफसर को चोटें भी आई हैं। हमला भूपति नगर में हुआ।
भूपतिनगर में NIA टीम के सामने लोग लाठी-डंडे लेकर अड़ गए। NIA की टीम ने जब आरोपियों को ले जाने की कोशिश की, तो लोगों ने उनका विरोध किया। लोगों ने NIA की गाड़ी पर पथराव किया।
कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर NIA टीम भूपति नगर में 2022 में हुए बम धमाके की जांच करने पहुंची थी। पुलिस ने 3 लोगों- बोलाइ मैती, समय मैती, और मानवदत्त जाना को गिरफ्तार किया है।
पश्विम बंगाल के गर्वनर सीवी आनंद बोस ने कहा, मुझे घटना के बारे में पता चला है, दोषियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि NIA के अफसरों पर हमला नहीं हुआ है, बल्कि उन्होंने ही महिलाओं पर हमला किया। NIA अफसरों ने रात में रेड क्यों की? क्या उनके पास पुलिस की परमिशन थी? लोगों ने वैसे ही बर्ताव किया, जैसा रात में किसी भी अनजान व्यक्ति के आने पर किया जाता।
दक्षिण दिनाजपुर में ममता ने कहा कि NIA इलेक्शन से पहले लोगों को गिरफ्तार क्यों कर रही है? क्या भाजपा को लगता है कि वे हर बूथ एजेंट को गिरफ्तार कर लेंगे। NIA की मदद लेकर भाजपा गंदी राजनीति कर रही है।
2022 में हुए था बम ब्लास्ट, तीन लोगों की जान गई थी
भूपतिनगर में 3 दिसंबर 2022 को एक घर में बम ब्लास्ट हुआ था, जिसमें घर की छत उड़ गई थी। हादसे में तीन लोगों की जान गई थी। पिछले महीने NIA ने इस मामले में पूछताछ के लिए तृणमूल कांग्रेस के आठ नेताओं को समन भेजकर 28 मार्च को न्यू टाउन में NIA ऑफिस बुलाया था।
वहीं, TMC ने इस ब्लास्ट के लिए भाजपा को दोषी ठहराया था। TMC प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा था भाजपा ने TMC नेताओं की एक लिस्ट NIA को दी है। इसके आधार पर NIA इन नेताओं को गिरफ्तार करने की तैयारी कर रही है।
5 जनवरी को संदेशखाली में ED टीम पर हमला हुआ था
पश्चिम बंगाल के साउथ 24 परगना जिले में 5 जनवरी को ED और CRPF की टीम TMC नेता के घर रेड करने पहुंची थी। इस दौरान भीड़ ने जानलेवा हमला कर दिया। करीब 200 लोगों ने जांच एजेंसी के दो वाहनों में तोड़फोड़ की। इसमें कुछ अफसरों के सिर में चोट आई थीं। ED ने बताया था कि भीड़ ने अधिकारियों के मोबाइल फोन, लैपटॉप, नकदी और बटुए छीन लिए।
ED पर हमले के केस में शेख शहाजहां गिरफ्तार हुआ
पूर्व TMC नेता शाहजहां शेख को 29 फरवरी को बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार किया था। शेख की गिरफ्तारी ED पर हमले के केस में हुई थी। बंगाल पुलिस ने कहा था कि शेख ED अफसरों पर हुए हमले के मुख्य आरोपियों में शामिल था।
हमले के बाद शेख 55 दिन तक फरार था। गिरफ्तारी के बाद उसे कोर्ट ने 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा था। इसके बाद कोलकाता पुलिस ने जांच क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) को सौंप दी। शेख शाहजहां अब भी CBI की हिरासत में है।