मुंबई पुलिस को गुरुवार देर रात वॉट्सएप पर धमकी भरा मैसेज मिला, जिसमें दावा किया गया है कि लश्कर-ए-जिहादी के 14 आतंकी शहर में आ चुके हैं। आतंकी 400 किलो RDX 34 गाड़ियों में लगाकर बड़ा ब्लास्ट करने वाले हैं, जिससे एक करोड़ लोगों की मौत हो सकती है।
धमकी मिलते ही मुंबई पुलिस ने शहर भर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया। क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दी है। एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) व अन्य सुरक्षा एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया गया है।
दरअसल, शनिवार को गणेशोत्सव का अंतिम दिन (अनंत चतुर्दशी) है। इस दौरान लाखों श्रद्धालु सड़कों पर निकलेंगे। इसलिए सुरक्षा को और सख्त कर दिया गया है। पुलिस ने शहर के अहम इलाकों में निगरानी बढ़ा दी है और कई जगहों पर कॉम्बिंग ऑपरेशन चल रहे हैं।
अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें और किसी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
रेलवे स्टेशन पर बम लगाने की धमकी झूठी निकली
सोमवार को महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी देने के आरोप में 43 साल के शख्स को गिरफ्तार किया गया था। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया था कि जांच के बाद यह धमकी झूठी निकली थी।
राजकीय रेलवे पुलिस ने बताया कि आरोपी रूपेश मधुकर रणपिसे ने रविवार शाम करीब चार बजे पुलिस हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर बताया कि उसने कलवा रेलवे स्टेशन पर बम रखा है।
2006 मुंबई ट्रेन सीरियल ब्लास्ट केस- सभी 12 आरोपी बरी
मुंबई में 2006 के सीरियल ट्रेन ब्लास्ट मामले में हाईकोर्ट ने 21 जुलाई को सभी 12 आरोपियों को बरी कर दिया। कोर्ट ने कहा कि सबूत, गवाहों के बयान और आरोपियों से जो बरामद किया गया, वे उन्हें दोषी ठहराने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। बम बनाने के लिए जो विस्फोटक इस्तेमाल हुए, उनकी रखरखाव ठीक नहीं था। सबूतों की सीलिंग भी खराब थी।26/11 आतंकी हमले के वक्त आतंकी तहव्वुर राणा मुंबई में था। यह बात उसने NIA की पूछताछ में कबूल की है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, राणा ने माना है कि वह पाकिस्तानी सेना का एजेंट है। उसने बताया कि उसने डेविड कोलमैन हेडली के साथ पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा के कई ट्रेनिंग सेशन किए थे।

