आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल शुक्रवार सुबह 11.30 बजे चुनाव आयोग ऑफिस पहुंचे। उन्होंने यमुना जहर मामले पर आयोग की ओर से पूछे गए सवालों के जवाब में चिट्ठी दी। इस दौरान उनके साथ दिल्ली की CM आतिशी और पंजाब CM भगवंत मान भी साथ पहुंचे थे।
केजरीवाल ने चिट्ठी में लिखा कि हरियाणा के CM नायब सिंह सैनी ने जानबूझकर यमुना का पानी जहरीला किया। हरियाणा CM के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज हो। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केजरीवाल बिना अपॉइंटमेंट के चुनाव आयोग के कार्यालय गए थे। हालांकि, आयोग ने इसे स्पेशल केस मानकर केजरीवाल से मीटिंग की।
दिल्ली की मुख्यमंत्री ने दिसंबर के आखिरी हफ्ते में हरियाणा के मुख्यमंत्री को फोन किया करके अमोनिया कम करने को कहा। सीएम हरियाणा ने आश्वासन दिया कि वे आवश्यक कदम उठाएंगे, हालांकि, उन्होंने ऐसा नहीं किया।
सीएम दिल्ली ने उन्हें कई बार फिर फोन किया। बाद में हरियाणा सीएम ने फोन उठाना बंद कर दिया। इस बीच, अमोनिया का स्तर बढ़ता रहा। इसके बाद, पंजाब सीएम ने भी सीएम दिल्ली की ओर से नायब सैनी को फोन किया गया।
15 जनवरी के बाद से अमोनिया का स्तर बहुत तेजी से बढ़ना शुरू हो गया (15 जनवरी को लगभग 3.2 पीपीएम) और कुछ दिनों बाद 7 पीपीएम तक पहुंच गया। ऐसा लगा कि हरियाणा की ओर से प्रदूषित पानी भेजकर दिल्ली चुनावों को प्रभावित करने का जानबूझकर प्रयास किया गया था।
मैंने बाद में सोशल मीडिया पर लिखा- चुनाव में हार के डर से भाजपा दिल्ली वालों को प्यासा मारना चाहती है। ये जहरीला पानी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में साफ भी नहीं हो सकता। बीजेपी वाले दिल्ली वालों का नरसंहार करना चाहते हैं। हम ये बिल्कुल नहीं होने देंगे।
मैंने कहा था कि CM दिल्ली और CM पंजाब ने इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तत्काल आधार पर चुनाव आयोग से समय मांगा था। हरियाणा के सीएम, जो कि भाजपा से हैं, की ओर से अत्यधिक प्रदूषित पानी को दिल्ली भेजकर दिल्ली चुनावों को प्रभावित करने की एक जानबूझकर साजिश थी।