मोन्था तूफान का असर लगभग खत्म हो गया है। इसके रूट में आने वाले राज्यों में अब बारिश नहीं होगी। हालांकि राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब और हिमाचल में बारिश हो सकती है। IMD के मुताबिक पहाड़ी राज्यों और मैदानी इलाकों में अगले 3-4 दिन में तापमान में गिरावट होगी, जिससे ठंड बढ़ेगी।
हिमाचल में 4 और 5 नवंबर को बर्फबारी के आसार बन रहे हैं। तीन नवंबर की रात से वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होगा। फिलहाल कुकुमसेरी में तापमान माइनस 1.2° और ताबो में माइनस 0.8° चल रहा है।
इधर, राजधानी दिल्ली और NCR के कई इलाकों में प्रदूषण गंभीर होता जा रहा है। रविवार को हवा क्वालिटी और बिगड़ गई। AIIMS और आसपास के इलाकों में AQI लेवल 420 तक पहुंच गया है।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम के लिए सीएक्यूएम के आदेश को लागू करते हुए दिल्ली सरकार ने शनिवार को बीएस-3 और उससे पुराने मानक वाले सभी ट्रांसपोर्ट व कमर्शियल वाहनों ट्रक, टेम्पो, लोडर आदि डीजल चालित वाहनों को दिल्ली में एंट्री पर बैन लगा दिया है। अब दिल्ली में बीएस-4 व बीएस-6 मानक के कमर्शियल मालवाहक, सीएनजी, एलएनजी और ईवी वाहनें ही प्रवेश कर सकेंगे। पुराने बीएस-3 और उससे नीचे के डीजल या पेट्रोल वाहन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे।
गुजरात के सौराष्ट्र में पिछले कई दिनों से बारिश हो रही है। बेमौसम बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित जूनागढ़ जिला प्रभावित है। इसके चलते जूनागढ़ में हर साल एकादशी के बाद होने गिरनार की लीली परिक्रमा रद्द कर दी गई है।
प्रशासन ने स्पष्ट रूप से हरी झंडी मिलने तक परिक्रमा मार्ग पर प्रवेश न करने की अपील की है, और सुरक्षा कारणों से बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को परिक्रमा में न आने के लिए कहा गया है। गिरनार की लीली परिक्रमा 2 से 6 नवंबर तक प्रस्तावित थी। यह परिक्रमा भजन, भक्ति और भोजन का संगम है। हर वर्ष देश भर से आए लोग इस परिक्रमा में शामिल होते हैं।
अरब सागर में बना डिप्रेशन सिस्टम शनिवार को कमजोर हो गया। इससे बारिश का दौर लगभग थम गया।बारिश का दौर 3 नंवबर से फिर शुरू होगा। एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होगा, जिसके कारण 3-4 नवंबर को जयपुर, अजमेर, भरतपुर, कोटा, उदयपुर और जोधपुर संभाग के जिलों में मौसम बदलेगा। 3 नवंबर को 17 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।

