मणिपुर के इंफाल पूर्व और कांगपोकली जिलों में पिछले 4 दिन से कुकी और मैतेई ग्रुप के बीच फायरिंग हो रही है। स्थानीय लोगों के मुताबिक मोर्टार भी दागे गए हैं। ताजा हिंसा में सनसाबी इलाके में उग्रवादियों से मुठभेड़ में पुलिसकर्मी और ग्रामीण घायल हुए हैं।
पुलिस ने बताया कि पुलिसकर्मी का नाम के. हरिदास (37) है। उसके बाएं कंधे पर गोली लगी। उसका जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान संस्थान इलाज जारी है। एक और ग्रामीण घायल है, उसका भी इलाज जारी है।
24 दिसंबर से दोनों जिलों के कई इलाकों में जारी गोलीबारी से यिंगांगपोकपी, थमनापोकपी, थंबापोकपी, सबुंगखोक खुनौ, शांति खोंगबल, सनसाबी सहित दूसरे इलाकों में दहशत है। यिंगंगपोकपी में ग्रामीणों ने अधिकारियों से उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की मांग की है।
लोगों के मुताबिक पहाड़ी से मैदानी इलाकों गोलीबारी की जा रही है। गुरुवार को राज्य के CM एन बीरेन सिंह ने कहा था कि राज्य के सिक्योरिटी एडवाइजर और डीजीपी को प्रभावित जिलों में सिक्योरिटी बढ़ाने का निर्देश दिया है।
सीएम ने कहा था- कुकी-मैतेई आपसी समझ बनाएं
मणिपुर के सीएम बिरेन सिंह ने 25 दिंसबर को कहा था- मणिपुर को तत्काल शांति की जरूरत है। दोनों समुदायों (कुकी-मैतेई) आपसी समझ बनाएं। बीजेपी ही मणिपुर को बचा सकती है, क्योंकि वो ‘एक साथ रहने’ के विचार में विश्वास करती है।
उन्होंने कहा था कि आज मणिपुर में जो कुछ हो रहा है उसके कई कारण हैं। आज जो लोग राज्य को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, वे पूछ रहे हैं कि सरकार क्या कर रही है। लोग सत्ता के भूखे हैं। हम किसी खास समुदाय के खिलाफ नहीं हैं। भाजपा का रुख स्पष्ट है। हमने पुलिस और लोगों के बीच संबंध बनाने शुरू कर दिए हैं।