चेन्नई के मरीना बीच पर रविवार को वायुसेना के एयर शो के दौरान 5 लोगों की मौत हो गई। तमिलनाडु में इन मौतों को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। राज्य के हेल्थ मिनिस्टर सुब्रमण्यन ने कहा कि, ’15 लाख लोगों की भीड़ थी, गर्मी ज्यादा थी इसलिए 5 लोगों की मौत हुई। एयर फोर्स ने जितनी फैसिलिटी मांगी, उससे ज्यादा मुहैया कराई गई थीं।’
सुब्रमण्यन ने कहा- कार्यक्रम स्थल पर डॉक्टरों और नर्सों के साथ दो मेडिकल टीमें तैनात थीं। साथ ही 40 एम्बुलेंस भी खड़ी थीं। उन्होंने यह भी कहा कि मरीना बीच पर पैरामेडिकल टीमों और पीने के पानी की भी व्यवस्था की गई थी। अस्पताल में जाने से पहले ही सभी मौतें हुई हैं।
AIADMK नेता कोवई सत्यन ने कहा, ‘अगर स्वास्थ्य मंत्री में थोड़ी भी शर्म है तो उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। लोगों को 10 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। पानी की कोई व्यवस्था नहीं थी। एम्बुलेंस समय पर नहीं पहुंची। प्रशासन CM स्टालिन, उनके बेटे और परिवार की सेवा में लगा हुआ था। वे AC टेंट में बैठे हुए थे। सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए।’
मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने 5 लोगों की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की।
वायुसेना के 92वें स्थापना दिवस से पहले हुआ एयर शो
8 अक्टूबर को भारतीय वायुसेना के 92वें स्थापना दिवस से पहले 6 अक्टूबर को चेन्नई में एयर शो हुआ था। इसे देखने के लिए मरीना बीच पर 15 लाख लोग जमा हुए। भारी भीड़ और गर्मी के चलते पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि 200 से ज्यादा लोग बेहोश हो गए। एयर शो का नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हो गया है।
एयर शो में पानी की व्यवस्था नहीं, रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मची
कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एयर शो देखने गए लोगों ने बताया कि बीच पर पीने के पानी की भी व्यवस्था नहीं थी। लोग घंटों तक प्यासे बैठे रहे। वहीं, 1 बजे शो खत्म होने के बाद एक साथ लोग वहां से निकले जिसके चलते रास्तों पर ट्रैफिक जाम हो गया। भारी भीड़ के चलते एक लोकल रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई। अलग-अलग मेट्रो स्टेशन पर भी ऐसी ही भीड़ देखने को मिली।
- तिरुवोट्टियूर के कार्तिकेयन बाइक लेने गए थे, बेहोश हुए और जान गई
घटना में तिरुवोट्टियूर के कार्तिकेयन (34) की जान गई है। उनकी पत्नी ने बताया- समुद्र किनारे बहुत भीड़ थी। इसलिए मैंने और मेरे पति ने दूर से ही एयर शो देखने का फैसला किया। हमने समुद्र तट के एंट्री गेट से करीब डेढ़ घंटे तक शो देखा।
महिला ने कहा कि दोपहर 1.30 बजे पति ने कहा कि दस मिनट में बाइक लेकर आते हैं। लेकिन दो बीत जाने के बाद भी पति वापस नहीं लौटे। मैंने कॉल किया तो उन्होंने फोन भी रिसीव नहीं किया।
दोपहर करीब 3.30 बजे किसी ने फोन करके बताया कि कार्तिकेयन को उल्टी हुई है। वे बाइक के पास ही लेटे हुए हैं। इसके बाद मैं एक पुलिसकर्मी की मदद से नेपियर ब्रिज तक गईं। वहां देखा तो पति बेहोश पड़े हुए थे।
मैं कार्तिकेयन को एंबुलेंस में सरकारी अस्पताल लेकर गई, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। महिला ने दावा कि नेपियर ब्रिज के पास कोई पुलिसकर्मी होता तो पति को बचाया जा सकता था।
साथ ही कहा कि ब्रिजे के पास ही कई एंबुलेंस खड़ी थीं, लेकिन हैरानी कि बात है कि किसी ने भी पति को बेहोश होते नहीं देखा। जबकि वहां कई सारे लोग और मेडिकल स्टाफ मौजूद था।
- कुरुक्कुपेट के जॉन की भी गई जान
कुरुक्कुपेट के जॉन (56) भी अपनी बाइक के पास जाते समय बेहोश हुए थे। उनकी पत्नी के मुताबिक, पति को होश में लाने की बहुत कोशिश की। हमें तुरंत एम्बुलेंस भी नहीं मिली। ओमांदुरार सरकारी अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने पति को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने अन्य मृतकों की पहचान पेरुंगलथुर के श्रीनिवासन, कुरनूल के दिनेश कुमार और मरक्कनम के मणि के रूप में की है।