के 20 शहरों में शुक्रवार को भारी बारिश हुई। मंडला, सिवनी और बालाघाट जिलों में रेड अलर्ट रहा। जबलपुर में गैस सिलेंडर वाला ट्रक पानी में डूब गया। मंडला में बाढ़ की स्थिति है। टीकमगढ़ में 24 घंटे में 6 इंच पानी गिरा है।
यूपी में काशी के महाश्मशान मणिकर्णिका घाट के ज्यादातर शवदाह वाले प्लेटफार्म गंगा नदी में डूब गए हैं। शवों का अंतिम संस्कार घाट की छत पर करना पड़ रहा है। आसपास के छोटे मंदिर भी जलमग्न हो चुके हैं।
राजस्थान में 1 जून से अब तक 167.1 मिमी बारिश हाे चुकी है, जाे सामान्य से 137% ज्यादा है। वहीं, लगातार मानसून एक्टिव हाेने से अब एक भी जिला सूखा नहीं है। जबकि पिछली जुलाई के पहले हफ्ते तक 14 जिले सूखे की चपेट में थे।
हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश तबाही मचा रही है। उफनती नदियों से 14 पुल बह गए हैं। प्रदेश की 500 सड़कें पूरी तरह से बंद हैं। कांगड़ा, मंडी, चंबा और शिमला जिलों में भारी बारिश के चलते बाढ़ और लैंडस्लाइड से 69 लोगों की जान चली गई। सबसे बुरी स्थिति मंडी जिले में है, जहां 17 लोग मारे गए और 40 अभी भी लापता हैं।
उत्तरप्रदेश में भी तेज बारिश जारी है। वाराणसी का रत्नेश्वर महादेव मंदिर गंगा में आधा से ज्यादा डूब गया। इसके अलावा पंडा-पुरोहितों की 300 से ज्यादा चौकियां डूब गईं। यहां गंगा का जलस्तर 4 दिन में 15 फीट तक बढ़ा है। शुक्रवार रात 11 बजे तक गंगा का जलस्तर 62.63 मीटर दर्ज किया गया। खतरे का निशान 71.262 है।