मध्य प्रदेश के दमोह में मीम पोस्ट को लेकर हुए विवाद में एक युवक से दूसरे युवक के पैर धुलवाए गए और उसे वही पानी पिलाया गया। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया।
मामला दमोह के सतरिया गांव का है। यहां पंचायत ने शराबबंदी लागू की है। कुछ दिन पहले गांव का अनुज उर्फ अन्नू पांडे शराब बेचते और पीते पकड़ा गया था। गांव के ही दूसरे युवक ने अन्नू का एआई जेनरेटेड वीडियो शेयर किया था, जिसमें वो जूते की माला पहना नजर आ रहा था।
इस पर गांव के कुछ लोग आक्रोशित हो गए। विवाद बढ़ता देख युवक ने पोस्ट डिलीट कर दी। सार्वजनिक रूप से माफी भी मांग ली, लेकिन बात नहीं बनी। 10 अक्टूबर को पंचायत बुलाई गई।
वीडियो शेयर करने वाले युवक से सवाल-जवाब हुए। उसे शराब बेचने वाले युवक अन्नू के पैर धोकर, वही पानी पीने की सजा सुनाई गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, युवक ने भरी सभा में अन्नू के पैर धोए, फिर वही पानी पिया था।
पैर धोने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मामले के तूल पकड़ते ही अन्नू पांडे ने शनिवार को एक वीडियो जारी किया।
इसमें कहा- जो वीडियो सामने आया है, उसे ओबीसी समाज के लोग राजनीतिक मुद्दा बना रहे हैं। ऐसा कुछ नहीं है। हमारा गुरु शिष्य का रिश्ता है, इसी के कारण उसने खुद अपनी इच्छा से हमारे पैर धोए थे।
अन्नू ने वीडियो में आगे कहा है कि अगर कुशवाहा समाज को हमारे पैर धुलवाने से दिक्कत हो रही है तो मैं क्षमा प्रार्थी हूं।
शनिवार को ही पीड़ित युवक ने भी सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया। इसमें कहा- कुछ लोग इसे सामाजिक मुद्दा बना रहे हैं। मैंने गलती की थी और उसके लिए माफी भी मांगी है, जिनके पैर मैंने धोए, वे हमारे पारिवारिक गुरु हैं इसलिए मैंने ऐसा किया।
युवक ने इसे राजनीतिक मुद्दा न बनाने की अपील की है। साथ ही कलेक्टर, एसपी, थाना प्रभारी से वीडियो हटाने और किसी पर भी कार्रवाई न करने को कहा है।
दमोह के एडिशनल एसपी सुजीत सिंह रविवार को जांच के लिए सतरिया गांव पहुंचे। उन्होंने बताया कि विवाद की शुरुआत एआई जेनरेटेड वीडियो से हुई, जिसमें युवक को जूते की माला पहने दिखाया था।
उन्होंने कहा कि पैर धुलवाने वाले अनुज पांडे सहित चार नामजद, अन्य व्यक्ति और वीडियो वायरल करने वाले पर भी FIR की गई है। फिलहाल, सभी आरोपी फरार हैं। जो भी लोग इसमें शामिल हैं, सभी के खिलाफ एक्शन होगा।
वहीं, हटा एसडीएम राकेश मरकाम ने बताया कि गांव में शांति व्यवस्था के लिए पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारी मौके पर हैं। लोगों के बीच जाकर कुरीतियां दूर करने का प्रयास कर रहे हैं।

