लोकसभा की 542 सीटों की काउंटिंग जारी है। काउंटिंग से एक दिन पहले सोमवार (3 जून) की रात पश्चिम बंगाल के साउथ 24 परगना के भांगर में बम धमाका हुआ। इसमें 5 लोग घायल हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि बम बनाने के दौरान हादसा हुआ है। सभी घायलों को कोलकाता के SSKM अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें एक इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) का पंचायत सदस्य है।
चुनाव आयोग ने कल काउंटिंग के दौरान या इसके बाद हिंसा की आशंका जताई थी। इसके चलते 7 राज्यों में सेंट्रल फोर्स की तैनाती की गई है। ये पहली बार है, जब आचार संहिता के हटने के बाद चुनाव आयोग ने 7 राज्यों में सुरक्षाबलों की तैनाती की है।
दूसरी तरफ, कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं और नौकरशाहों को लिए दो लेटर जारी किए हैं। पार्टी ने कार्यकर्ताओं से काउंटिंग में कहीं गड़बड़ी दिखने पर वीडियो बनाने को कहा है। कांग्रेस ने कार्यकर्ता और पोलिंग एजेंट्स के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।
कांग्रेस ने नौकरशाहों से किसी भी डर या पक्षपात के संविधान और अपने कर्तव्यों का पालन करने की अपील की है। दरअसल, 1 जून को आए एग्जिट पोल्स में तीसरी बार मोदी सरकार बनती दिख रही है। विपक्ष ने इन एग्जिट पोल्स को खारिज किया था।
मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने 3 जून को बताया कि चुनाव के बाद हिंसा किसी भी सूरत में नहीं होनी चाहिए। इसी को देखते हुए हमने आचार संहिता हटने के बाद भी एहतियातन कदम उठाए हैं। हिंसा की आशंका देखते हुए आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और मणिपुर में सेंट्रल फोर्स तैनात की गई हैं।
CEC ने ये भी बताया कि आंध्र प्रदेश और बंगाल में आज काउंटिंग के बाद 15 दिन तक फोर्स तैनात रहेंगी। वहीं उत्तर प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में काउंटिंग के दो दिन बाद तक फोर्सेस तैनात रहेंगी।
पप्पू ने कहा- महाभारत होगा, अखिलेश बोले- भाजपा वाले धमका सकते हैं
पप्पू यादव (पूर्णिया से निर्दलीय उम्मीदवार)- कलेक्टर साहब काउंटिंग को पारदर्शी रखें। अन्यथा मरता क्या नहीं करता। अगर जबर्दस्ती लोकतंत्र की मौत होगी तो महाभारत का संग्राम होगा। लोकतंत्र को बचाने के लिए हमारे एक-एक वर्कर ने पूर्णिया और बिहार में कफन बांध लिया है।
अखिलेश यादव (सपा, कन्नौज से उम्मीदवार)- भाजपा मतगणना को धीरे करा सकती है। हो सकता है, वह बत्ती गुल करवा दे। भाजपा हार को सामने देखते हुए एजेंटों और अधिकारियों को डराना और धमकाना शुरू कर देगी, क्योंकि शासन-प्रशासन उनका ही है।
कपिल सिब्बल (सपा के समर्थन से राज्यसभा सांसद)- अगर किसी उम्मीदवार की जीत और हार में अंतर 4-5 प्रतिशत होता है, वहां आसानी से नतीजे बदले जा सकते हैं। इसलिए पोस्टल बैलेट की गिनती पहले होनी चाहिए।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बोली- सतर्क रहें, घरों से बाहर निकलें
कांग्रेस ने मतगणना के दिन संभावित गड़बड़ी को लेकर दो हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। पार्टी की तरफ से कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए हैं कि सभी को सजग रहना है और अगर उनको कोई धांधली नजर आती है तो वो उसका वीडियो बनाकर हेल्पलाइन नंबर पर भेजें। इसको लेकर एक बड़ी लीगल टीम भी सेटअप की गई है।