मंत्री विजय वडेट्टीवार ने कहा कि मंत्री ने कहा कि वह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के समक्ष यह मांग उठाएंगे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे राज्य में कोविड-19 की स्थिति पर चर्चा के लिए 10 अप्रैल को सर्वदलीय बैठक करने वाले हैं, जिसमें इस पर फैसला हो सकता है।
अगर किसी एक राज में लॉकडाउन लगता है तो उसका असर अन्य राज्यों पर भी पड़ेगा और अन्य राज्यों में भी इस आशंका से ग्रस्त हो जाएंगे कि उन्हें भी कभी न कभी लॉकडाउन लगाना पड़ जाता है। इससे चीजों के दाम में बढ़ोतरी होगी तथा सामानों की शॉर्टेज भी होगी। कहा जा रहा है कि सबसे ज्यादा असर उन चीजों पर पड़ेगा जो चीजें महाराष्ट्र से आती हैं।
महाराष्ट्र में कोरोना के खतरे के मद्देनजर राज्य सरकार लॉकडाउन लगा देती है तो कई शहरों से पलायन शुरू हो जाएगा और यहां से दूसरे राज्यों में जाने वाले लोग अपने साथ कोरोनावायरस ले जाएंगे, जिससे अन्य इलाकों में भी करोना महामारी के तेजी से फैलने की आशंका है। इससे महाराष्ट्र के तमाम पड़ोसी राज्यों में कोरोना और अधिक तेजी से बढ़ सकता है। इसके लिए राज्यों को अलर्ट रहने की जरूरत है।
सबसे ज्यादा खतरा उत्तर प्रदेश और बिहार को होगा क्योंकि यहां के लाखों लोग महाराष्ट्र में नौकरी या मजदूरी करते हैं और अब वह वापस आ रहे हैं। फिलहाल उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव चल रहा है और पंचायत चुनाव के मद्देनजर महाराष्ट्र और आसपास के राज्यों में रहने वाले लोग चुनाव में अपनी भागीदारी के लिए आ रहे हैं। ऐसे में यह लोग कोरोनावायरस के कैरियर बन सकते हैं और ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना तेजी से फैल सकता है। इसलिए सरकार को ऐसे लोगों पर नजर बनाए रखने की जरूरत है, जो लोग दूसरे राज्यों से आ रहे हैं।