दिल्ली भाजपा हेडक्वार्टर में रविवार (28 जुलाई) को लगातार दूसरे दिन पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उप-मुख्यमंत्रियों की बैठक हुई। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन के प्रमुख नेता मौजूद रहे।
मीटिंग में बीजेपी शासित राज्यों के सीएम ने अपने राज्यों में चल रहे डेवलपमेंट प्रोजेक्ट पर प्रेजेंटेशन दीं। पीएम मोदी ने सभी नेताओं के साथ सरकार के मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों को उनके राज्यों में चल रही योजनाओं के पूरा करने और समाज के सभी वर्गों जिनमें विशेषकर गरीबों को योजनाओं के लाभ मिलने पर जोर दिया।
बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (उत्तर प्रदेश), मोहन यादव (मध्य प्रदेश), भजनलाल शर्मा (राजस्थान), विष्णु देव साय (छत्तीसगढ़), नायब सिंह सैनी (हरियाणा), भूपेंद्र पटेल (गुजरात), डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस (महाराष्ट्र), पुष्कर सिंह धामी (उत्तराखंड), हिमंता बिस्व सरमा (असम), पेमा खांडू (अरुणाचल प्रदेश), बिरेन सिंह (मणिपुर), मोहन चरण माझी (ओडिशा), माणिक साहा (त्रिपुरा) मौजूद रहे।
भाजपा नियमित अंतराल पर मुख्यमंत्री परिषद का आयोजन करती है। इसके जरिए बीजेपी शासित राज्यों में चल रही योजनाओं की समीक्षा की जाती है। राज्यों और केंद्र की योजनाओं की स्थिति जानी जाती है।
27 जुलाई: बैठक का पहला
शनिवार को हुई बैठक में पार्टी में चल रही अंदरूनी गुटबाजी और इस साल चार राज्यों- महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड और जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा हुई थी। हालांकि, इसका कोई ऑफिशियल अपडेट नहीं आया था। लोकसभा चुनाव के बाद यह पहली बड़ी बैठक है, जिसमें भाजपा के सभी मुख्यमंत्री मौजूद रहे थे।
कल भी राज्यों के मुख्यमंत्री अपने काम का भी हिसाब-किताब दिया था। उन्हें पार्टी की ओर से एक फॉर्मेट दिया गया था, जिसमें अपने कार्यकाल की उपलब्धियां बताने को कहा गया था। साथ ही उन योजनाओं को भी बताने को कहा गया जिसे वो लागू नहीं कर पाए।
उत्तर प्रदेश में पार्टी के घमासान पर चर्चा हुई
सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश समेत सभी राज्यों में पार्टी के खराब और अच्छे प्रदर्शन पर भी चर्चा हुई। इसके अलावा जिन राज्यों में पार्टी के अंदर खींचतान मची है, उस पर भी बातचीत हुई। उत्तर प्रदेश में हाल के दिनों में डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य के नाराज होने की खबरें सुर्खियों में रहीं हैं। उन्हें बीच में दिल्ली भी बुलाया गया था।
दिल्ली में शनिवार, 27 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की 9वीं बैठक हुई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मीटिंग को बीच में ही छोड़कर बाहर निकल गईं। ममता ने आरोप लगाया, ‘उन्हें बोलने नहीं दिया। माइक बंद कर दिया।