एक्टर सैफ अली खान को 5 दिन बाद मंगलवार को लीलावती अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। 15 जनवरी की रात करीब ढाई बजे उन पर चाकू से हमला किया गया था। सैफ के गले और रीढ़ में गंभीर चोटें आई थीं। इसके बाद सैफ ऑटो से लीलावती अस्पताल पहुंचे थे, जहां उनकी सर्जरी हुई और इलाज चला।
सैफ अली खान को लीलावती अस्पताल से घर पहुंचने में करीब 15 मिनट लगे। इस दौरान वे सड़क पर लोगों का हंसकर अभिवादन करते हुए दिखे।
जब वे घर पहुंचे तो खुद ही कार से उतरकर बिल्डिंग के अंदर गए। सैफ व्हाइट शर्ट, नीली जींस, काला चश्मा पहने दिखे। उनके पीठ पर पट्टी लगी दिख रही थी।
उनके घर के बाहर भारी सुरक्षा व्यवस्था है। बेरिकैडिंग की गई है। सैफ अब सतगुरु शरण अपार्टमेंट में नहीं रहेंगे, जहां उन पर हमला किया गया। पास ही फॉर्च्यून हाइट्स इमारत में उनका सामान शिफ्ट किया गया है, ये एक्टर का दफ्तर है।
सैफ की सुरक्षा एक्टर रोनित रॉय की एजेंसी को सौंपी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस जानलेवा हमले के बाद सैफ अली खान ने अपनी सिक्योरिटी टीम बदल दी है। अब उन्हें एक्टर रोनित रॉय की सिक्योरिटी एजेंसी सुरक्षा मुहैया कराएगी। रोनित की फर्म अमिताभ बच्चन, आमिर खान और अक्षय कुमार जैसे बड़े स्टार्स को सिक्योरिटी प्रोवाइड करा चुकी है।
तड़के 3 बजे क्राइम सीन रीक्रिएट
मुंबई पुलिस ने मंगलवार तड़के क्राइम सीन रीक्रिएट किया। इसके लिए आरोपी शरीफुल को पुलिस सोमवार रात 1 बजकर 15 मिनट पर लॉकअप से निकालकर सबसे पहले बांद्रा स्टेशन पहुंची।
तड़के 3-4 बजे के बीच उसे सैफ की सोसाइटी में ले जाया गया। आरोपी को ठीक उसी तरह से एक बैग पैक भी पहनाया गया था, जैसा उसने घटना के समय पहना था। फोरेंसिक टीम ने 19 फिंगरप्रिंट कलेक्ट किए। आरोपी बाथरूम की खिड़की से ही सैफ के घर में घुसा था और हमले के बाद यहीं से बाहर भी निकला।
मुंबई पुलिस ने आरोपी शरीफुल को 19 जनवरी की देर रात गिरफ्तार किया था। क्राइम ब्रांच ने बताया कि वह बांग्लादेश में कुश्ती का खिलाड़ी था। शरीफुल 5 दिन की पुलिस रिमांड पर है।इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति ने हफ्ते में 70 घंटे काम वाले अपने बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा- ऐसा कोई नहीं है जो कह सके कि आपको यह करना चाहिए, आपको यह नहीं करना चाहिए।’
मूर्ति ने कहा, ‘कोई भी व्यक्ति लंबे समय तक काम करने की मांग नहीं कर सकता है। ये ऐसे मुद्दे हैं जिन पर आत्मचिंतन करना चाहिए ना की बहस। इसकी आवश्यकता समझने की जरूरत है।’
उन्होंने कहा- मैं सुबह 6.30 बजे ऑफिस पहुंचता था और रात 8:30 बजे निकलता था। मैं ऐसा 40 साल से कर रहा हूं। मैंने ऐसा किया ये फैक्ट है। इसलिए कोई भी ये नहीं कह सकता है कि ये गलत है।
नारायण मूर्ति 20 जनवरी को इंडियन मर्चेंट्स चैंबर (IMC) के आयोजित किलाचंद मेमोरियल लेक्चर में शामिल हुए थे। वर्क-लाइफ बैलेंस पर उनसे किए गए सवाल के जवाब में उन्होंने ये बात कही।
राजन भारती मित्तल बोले- परिवार और स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है
भारती एंटरप्राइजेज के चेयरमेन राजन भारती मित्तल ने कहा- हमारी कंपनी में काम का मतलब क्वालिटेटिव वर्क आउट से है, ना कि क्वांटिटेटिव वर्क आउट से। हमें यह कहते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि एयरटेल और भारती एंटरप्राइज में जो भी आता है, वह मालिक के तौर पर आता है, ब्रांड का मालिक होता है। वो जब चाहे तब काम करता है। परिवार महत्वपूर्ण है। आपका स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है। आपको इसे संतुलित करना होगा।