कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने IIT मद्रास के स्टूडेंट से मुलाकात की। X पर स्टूडेंट से बातचीत का वीडियो शेयर करते हुए राहुल गांधी ने लिखा- सरकारों को एजुकेशन सेक्टर में खर्च बढ़ाना चाहिए। निजीकरण और वित्तीय सहायता के जरिए क्वालिटी एजुकेशन हासिल नहीं किया जा सकता है।
राहुल से एक स्टूडेंट ने पूछा कि कांग्रेस और भाजपा की वर्किंग में क्या अंतर है। इस राहुल ने कहा- कांग्रेस और यूपीए का आम तौर पर मानना है कि संसाधन निष्पक्ष तरीके से सभी में बंटने चाहिए। विकास सबके लिए बराबर होना चाहिए। समाज का कोई वर्ग इससे ना छूटे।
वहीं, भाजपा वाले ग्रोथ को लेकर अधिक आक्रामक रहते हैं। उनका मानना है कि संसाधनों पर फोकस करना चाहिए। वे आर्थिक रूप से इसे ट्रिकल डाउन कहते हैं। सामाजिक मामलों पर कांग्रेस का मानना है कि समाज जितना सौहार्द से भरा होगा। उतने कम लोग लड़ेंगे।
राहुल गांधी गृहमंत्री अमित शाह मानहानि केस में 26 जुलाई को सुल्तानपुर कोर्ट पहुंचे थे। लौटते वक्त राहुल ने अचानक अपना काफिला एक मोची की दुकान पर रुकवा लिया। गाड़ी से उतरकर राहुल मोची राम चैत की दुकान पर पहुंचे। चप्पल की सिलाई की। उनसे पूछा कि जूते कैसे बनाते हो। पूरी
राहुल गांधी ने गुरुवार 4 जुलाई को दिल्ली के गुरु तेगबहादुर नगर में मजदूरों से मुलाकात की। कांग्रेस ने इसका वीडियो और 4 फोटो अपने X हैंडल पर शेयर किए। साथ ही कांग्रेस ने लिखा कि ये मेहनती मजदूर हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। इनके जीवन को सरल और भविष्य को सुरक्षित करना हमारी जिम्मेदारी है।