लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का आज 55वां जन्मदिन है। आज ही राहुल ने सुनहरी बाग रोड में बने टाइप‑8 बंगले में शिफ्ट हुए हैं। यह बंगला उन्हें लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष होने के नाते आवंटित किया गया है।
संसदीय आवास समिति ने उन्हें 5 सुनहरी बाग रोड, 7 मोतीलाल नेहरू मार्ग और 3 कृष्णा मेनन मार्ग बंगले का ऑप्शन दिया था। इसमें से राहुल ने सुनहरी बाग को चुना।
इससे पहले राहुल, सोनिया गांधी के साथ 10 जनपथ में रहते थे। 2023 में उन्होंने 12 तुगलक लेन का बंगला खाली किया था। जो 19 साल उनके पास था। लेकिन सांसदी जाने के बाद बंगला खाली करना पड़ा।
सुनहरी बाग रोड पर बना बंगला क्यों है खास
राहुल को जो बंगला मिला है वह लुटियंस जोन में है। यहां देश के कई बड़े राजनेताओं, मंत्रियों और जजों के बंगले होते हैं। यह बंगला पहले सीनियर कैबिनेट मंत्रियों या आयोग के प्रमुखों को आवंटित होता रहा है।
यह हाई सिक्योरिटी एरिया है। बंगले का क्षेत्रफल 2000 से 3000 वर्ग मीटर के करीब है। बंगले में 4 से 5 बड़े बेडरूम और ऑफिस शामिल हैं। मीटिंग हॉल, प्राइवेट लॉन, सुरक्षा कर्मी कक्ष, स्टाफ क्वार्टर और कार पार्किंग भी है।
इसमें बड़ी बैठकें, मीडिया कॉन्फ्रेंस और राजनीतिक गतिविधियों के लिए पर्याप्त जगह है, जो विपक्ष के नेता होने के नाते राहुल गांधी की जरूरतों के मुताबिक है।
लोकसभा की सदस्यता जाने पर छोड़ना पड़ा था तुगलक रोड वाला बंगला
23 मार्च 2023 को सूरत कोर्ट ने मानहानि केस में उन्हें 2 साल कैद की सजा सुनाई थी। हालांकि, कुछ ही देर में उन्हें जमानत भी मिल गई थी। इसके अगले दिन राहुल की लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गई। 27 मार्च 2023 को उन्हें बंगला खाली करने का नोटिस दिया गया।
नोटिस मिलने के बाद राहुल ने कहा था कि सरकारी बंगले से उनकी कई अच्छी यादें जुड़ी हुई हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तब उन्हें अपने या सोनिया के बंगले में शिफ्ट होने का सुझाव दिया था।
राहुल को 27 मार्च 2023 को लोकसभा हाउसिंग कमेटी ने 12 तुगलक रोड का सरकारी आवास खाली करने का नोटिस भेजा था। बंगला खाली करने के लिए 24 अप्रैल 2023 तक का समय दिया गया था। नोटिस मिलने के अगले दिन राहुल ने लोकसभा सचिवालय के डिप्टी सेक्रेटरी डॉ. मोहित रंजन को लिखित जवाब भेजा।
राहुल ने अपने जवाब में लिखा- मैं 4 बार लोकसभा सांसद चुना गया। यह लोगों का जनादेश है, जिसके लिए मैं लोगों का शुक्रगुजार हूं। मेरी इस घर से कई अच्छी यादें जुड़ी हुई हैं। मैं नोटिस में दिए गए आदेश का पालन करूंगा। 2004 में अमेठी से पहली बार सांसद चुने जाने पर राहुल को यह बंगला 2005 में अलॉट किया गया था।