लखनऊ में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेतावनी दी। उन्होंने कहा-ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। जीत हमारी आदत है। अब इस आदत को हमें न सिर्फ बनाए रखना है, बल्कि इसे और मजबूत करना है।
उन्होंने कहा- दुश्मनों को पता चल गया है कि उसकी एक-एक इंच जमीन हमारी ब्रह्मोस की जद में है। ऑपरेशन सिंदूर में जो हुआ, वो सिर्फ ट्रेलर था। उस ट्रेलर से ही पाकिस्तान को यह एहसास हो गया कि अगर भारत उसे जन्म दे सकता है तो…आगे मुझे बोलने की जरूरत नहीं है। आप खुद समझदार हैं।
राजनाथ सिंह और सीएम योगी ने लखनऊ की ब्रह्मोस एयरोस्पेस यूनिट से धनतेरस के दिन शनिवार को ब्रह्मोस मिसाइलों की पहली खेप रवाना की। इससे पहले दोनों ने ब्रह्मोस एयरोस्पेस यूनिट में बूस्टर और वारहेड बिल्डिंग का उद्घाटन किया। दोनों ने सुकोई लड़ाकू विमान (SU-30) के जरिए ब्रह्मोस के वर्चुअल हमले को देखा।
ब्रह्मोस एयरोस्पेस यूनिट का उद्घाटन 5 महीने पहले 11 मई 2025 को हुआ था। यूनिट मिसाइल इंटीग्रेशन, टेस्टिंग और क्वालिटी एग्जामिनेशन जैसी मॉडर्न सुविधाओं से लैस है। बता दें कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और रूसी रक्षा कंपनी एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया की तरफ से डिजाइन की गई ब्रह्मोस ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के सैन्य बुनियादी ढांचों को तबाह कर दिया था।
राजनाथ सिंह ने कहा- पीएम मोदी ने 2047 तक देश को विकसित करने का टारगेट दिया है। इस यात्रा में डिफेंस सेक्टर का बड़ा योगदान होगा। हमारे ब्रह्मोस प्रोजेक्ट के लिए 2 देशों के साथ 4 हजार करोड़ रुपए का करार हो चुका है। ब्रह्मोस की लखनऊ यूनिट का टर्नओवर -अगले वित्तीय वर्ष से करीब 3 हजार करोड़ रुपए हो जाएगा। इसके बाद जीएसटी कलेक्शन 500 करोड़ रुपए हो जाएगा। इसे सुनकर योगीजी बाग-बाग हो जाएंगे।
राजनाथ सिंह ने कहा- ब्रह्मोस जैसी उपलब्धियों से मेड इन इंडिया ग्लोबल ब्रांड बन गया। अब हम फिलीपींस को ब्रह्मोस निर्यात करेंगे। यानी अब भारत टेकर नहीं, गिवर की भूमिका में आ गया है।
इस बड़ी फैसिलिटी के साथ यूपी में छोटे व्यवसायियों के लिए बड़ा मौका डेवलप हो रहा है। छोटे-छोटे पार्ट्स बड़े प्रोजेक्ट में जरूरी होते हैं इसलिए इस यूनिट से कई तरह के फायदे हैं।
यूपी से ब्रह्मोस मिसाइल की डिलीवरी हो रही है। इसका जीएसटी सरकार को मिला। इस तरह से मां लक्ष्मी की कृपा सेना के साथ इकोनॉमी पर भी हो रही है। एक मिसाइल से मिलने वाली आय से सरकार कई हॉस्पिटल बना सकती है।
राजनाथ ने कहा-आंतरिक या बाह्य सुरक्षा के हर मौके पर यूपी आगे है। 200 एकड़ में ब्रह्मोस की यह फैसिलिटी फैली है। यहां से हर साल 100 मिसाइलें बनेंगी। मिसाइल आर्मी को भी मिलेंगी और नेवी को भी मिलेंगी। कुछ समय पहले तक यहां गुंडाराज और लॉ एंड ऑर्डर गड़बड़ था। यह यूनिट देश की बढ़ती ताकत की पहचान है।
देश के किसी भी हिस्से में ब्रह्मोस की चर्चा करते हैं तो उनके जेहन में मिसाइल के साथ विश्वसनीयता का भाव आ जाता है। बच्चे से लेकर वृद्ध तक, लड़कियों से लेकर महिलाओं तक, सबको यह विश्वास हो जाता है कि हमारे ऊपर मजबूती की छांव है। ब्रह्मोस तीनों सेनाओं की रीढ़ है।

