कन्नौज रेलवे स्टेशन पर शनिवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां दो मंजिला निर्माणाधीन स्टेशन का लिंटर अचानक ढह गया। मलबे में 40 से ज्यादा मजदूर दब गए। अब तक 23 घायल जिला अस्पताल पहुंचाए गए हैं। इनमें से 7 को राजकीय मेडिकल कॉलेज तिर्वा रेफर किया गया है।
हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। घायलों को ई-रिक्शे और एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। सीनियर अफसरों ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। 1 जेसीबी और 3 गाड़ी फायर ब्रिगेड की मौके पर रेस्क्यू में जुटी हैं।
स्टेशन पर अमृत भारत योजना के तहत दो मंजिला नई बिल्डिंग बन रही थी। शनिवार सुबह अचानक पूरा लिंटर ढह गया। सूचना मिलते ही यूपी सरकार के मंत्री असीम अरुण भी मौके पर पहुंचे। डीएम सुभ्रांत कुमार शुक्ला और एसपी बिनोद कुमार, सीओ सिटी घटनास्थल पर हैं। कानपुर जोन के आईजी जोगेंद्र सिंह भी कन्नौज रेलवे स्टेशन पहुंच गए हैं।
सीएम योगी ने कन्नौज में हुए हादसे का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुंच कर राहत काम में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
पुरानी बिल्डिंग से सटा कर नई बिल्डिंग का निर्माण कराया जा रहा
कन्नौज रेलवे स्टेशन की पुरानी बिल्डिंग से सटा कर नई बिल्डिंग का निर्माण कराया जा रहा है। दरअसल, 13 करोड़ की लागत से स्टेशन के वेटिंग एरिया का हाल बनाया जा रहा है। इसके लिए1 साल से काम चल रह है। इसका काम आशुतोष इंटरप्राइजेज को दिया गया था। ठेकेदार राम विलास राय काम करवा रहे थे।
यह निर्माण प्लेटफार्म पर ही हो रहा था। यहां दो मंजिला भवन के ऊपरी हिस्से पर लिंटर डाला गया था। शनिवार दोपहर अचानक ऊपर का लेंटर ढह गया। इसकी चपेट में 20 से ज्यादा मजदूर आ गए।
पूर्वोत्तर रेलवे के CPRO पंकज कुमार सिंह ने कहा, “हमें दोपहर 2.39 बजे घटना की सूचना मिली कि 5 मजदूर घायल हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल भेजा गया है। मामूली रूप से घायलों को 50 हजार रुपए और गंभीर रूप से घायलों को ढाई लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया गया है। रेलवे और राज्य सरकार की टीम घटनास्थल पर मौजूद है। राहत और बचाव का कार्य जारी है।