UPSC चेयरमैन अजय कुमार वर्चुअल टाउन हॉल के जरिए पहली बार देशभर के सिविल सर्विस एस्पिरेंट्स से सीधा बातचीत कर रहे हैं। टाउनहॉल केवल हिंदी भाषा में किया जा रहा है। इसका प्रसारण DD न्यूज के यूट्यूब चैनल पर आज दोपहर 12 बजे से किया जा रहा है।
एक कैंडिडेट ने सवाल किया कि UPSC स्टूडेंट्स की आंसर शीट या OMR शीट क्यों नहीं दिखाता। इसके जवाब में चेयरमैन अजय कुमार ने कहा कि UPSC आंसर की जारी करता है और हर स्टूडेंट को पता होता है कि उसने क्या जवाब दिया था। फिर भी जरूरत है तो अपनी OMR शीट की कॉपी UPSC से मांग सकते हैं।
पेपर सेटिंग बहुत बड़ी एक्सरसाइज है। सवाल ऑफिसर्स नहीं बनाते बल्कि सब्जेक्ट एक्सपर्ट्स बनाते हैं। आंसर्स को दूसरे एक्सपर्ट्स चेक करते हैं फिर पेपर में डाले जाते हैं। होता ये है कि हमें पता चलता है कि सवाल बनाने वाले ने जिस सेट ऑफ माइंड से पेपर बनाया उसका दूसरा पहलू भी हो सकता है। ऐसे में 2 अलग-अलग पैनल इसे चेक करते हैं। फिर अगर किसी सवाल के 2 इंटरप्रिटेशन होते हैं तो सवाल ड्रॉप किया जाता है।
UPSC चेयरमैन ने कहा कि UPSC जितना फेयर कोई दूसरा एग्जाम नहीं है। यही सबसे इन्क्लूसिव भी है। सबको बराबर अवसर देने पर जोर रहता है। किसी भी कैंडिडेट के इवैल्युएशन के समय उसका बैकग्राउंड किसी को पता नहीं होता। UPSC के एग्जाम्स में आवेदन करने वाले 80% से ज्यादा एस्पिरेंट्स टियर 2, 3 सिटी से आते हैं।
इस विषय पर हम लोग बिल्कुल क्लियर हैं। हम किसी भी तरह की चीटिंग के लिए जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी अपनाते हैं। जो कैंडिडेट्स चीटिंग करते पाए जाते हैं उनके खिलाफ हम लॉ के तहत एक्शन लेते हैं। क्रिमिनल चीटिंग के लिए क्रिमिनल FIR होती है और क्रिमिनल कार्रवाई चलती है। आगे के लिए हम टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर इस तरह की चीजों पर कंट्रोल करेंगे।

