सिंगर जुबीन गर्ग की मौत के मामले में गिरफ्तार उनके बैंडमेट (साथी सिंगर) शेखर ज्योति गोस्वामी ने अपने बयान में चौंकाने वाले खुलासे किए। शेखर ने दावा किया है कि सिंगर के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और इवेंट ऑर्गनाइजर श्यामकनु महंत ने उन्हें जहर दिया था। दोनों ने हत्या को हादसा दिखाने की साजिश रची थी।
शेखर जुबीन गर्ग की मौत के समय उनके साथ सिंगापुर में था। उसने पुलिस को बताया कि मैनेजर शर्मा पैन पैसिफिक होटल में उसके साथ रह रहा था और जुबीन की मौत से पहले उसका व्यवहार अजीबोगरीब था।
शेखर ने बताया मैनेजर शर्मा ने समुद्र के बीचोंबीच याट (नाव) के चालक को हटाकर उसका कंट्रोल अपने हाथों में लिया। जुबीन समुद्र में जाने के बाद हांफ रहे थे। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। इसके बावजूद शर्मा कह रहा था- जाबो दे, जाबो दे (उसे जाने दो, उसे जाने दो)।
जुबीन गर्ग का निधन सिंगापुर में 19 सितंबर को हुआ था। सिंगर 20 सितंबर को होने वाले नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के लिए सिंगापुर गए हुए थे, जहां उन्होंने वाटर एडवेंचर एक्टिविटी में हिस्सा लिया था। दावा किया गया कि उनकी मौत स्कूबा डाइविंग के दौरान एक हादसे में हुई।
असम सरकार ने जुबीन के मौत के मामले की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया है। इसकी अध्यक्षता गुवाहाटी हाईकोर्ट के न्यायाधीश सौमित्र सैकिया करेंगे। CM हेमंत सरमा ने शुक्रवार को इसका ऐलान किया था।
उन्होंने कहा था, “हम कल आयोग बनाएंगे। अब हम सभी लोगों से अनुरोध करते हैं जिनके पास जुबीन गर्ग की मौत से संबंधित कोई जानकारी या वीडियो है, वे आगे आएं और आयोग के सामने अपना बयान दें।”
एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) और इनकम टैक्स (I-T) विभाग असम पुलिस के साथ मिलकर श्यामकनु महंत की इनकम सोर्स और संपत्ति खरीद की जांच करेगी।
स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने बताया कि जुबीन की मौत के मामले में अब तक राज्य में 10 लोगों के खिलाफ 60 से ज्यादा FIR दर्ज की गई हैं। स्पेशल DGP गुप्ता ने बताया कि सिंगापुर में की गई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट प्रोटोकॉल के अनुसार परिवार को दी जाएगी। सिंगापुर की जांच टीम ने भी काम किया। उन्होंने परिवार से संपर्क भी किया है।
वहीं, गुवाहाटी में किए गए दूसरे पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट का इंतजार है। विसरा सैंपल को डिटेल जांच के लिए दिल्ली के सेंट्रल फोरेंसिक लैब भेजा गया है। गुप्ता ने कहा कि विसरा रिपोर्ट मिलने के बाद पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट तैयार और हमारे पास उपलब्ध हो जाएगी।
मृत्यु की असली वजह जानने के लिए पोस्टमॉर्टम के दौरान शरीर के आंतरिक अंगों जैसे आंत, लिवर, किडनी से लिए जाने वाले नमूने विसरा सैंपल (Viscera sample) कहलाते हैं।

