गुजरात के अहमदाबाद में PMJAY योजना में घोटाले के आरोपी कार्तिक पटेल को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
कार्तिक के अस्पताल में 2 मरीजों की PMJAY योजना के तहत जबरन एंजियोप्लास्टी की गई थी, इसके बाद मरीजों की मौत हो गई। घटना के बाद कार्तिक त्यागी फरार हो गया। पुलिस ने उसे शनिवार रात अहमदाबाद एयरपोर्ट से दुबई से लौटने पर गिरफ्तार किया।
पुलिस ने कोर्ट में कहा कि कार्तिक और उसकी टीम ने मरीजों की जांच रिपोर्ट में 30 से 80 प्रतिशत ब्लॉकेज दिखाए। ताकि PMJAY का लाभ उठाया जा सके। 956 दिनों में योजना के तहत 3500 से ज्यादा क्लेम किए गए। 3800 एंजियोप्लास्टी और एंजियोग्राफी की गई। सरकारी वकील ने कोर्ट में कहा कि अस्पताल में सभी ऑपरेशन कार्तिक के कहने पर ही किए गए थे।
पुलिस ने कोर्ट में रखे 7 पॉइंट
- फर्जी ऑपरेशन और क्लेम के मामले में कार्तिक पटेल ही मुख्य साजिशकर्ता।
- उसके अस्पताल में आरोपियों की क्लेम में हिस्सेदारी। लेनदेन की जांच चल रही है।
- अहमदाबाद और आसपास के डॉक्टरों को पैसे दिए जाते थे, वे मरीजों को कार्तिक के अस्पताल में रेफर करते थे।
- जांच की जा रही है कि PMJAY योजना के अधिकारी शामिल थे, क्या कार्तिक उन्हें गिफ्ट या घूस देता था।
- जिन लोगों के आयुष्मान कार्ड नहीं थे, उनके आयुष्मान कार्ड फर्जी तरीके से बने। कौन शामिल था, जांच चल रही।
- आयुष्मान योजना में मिले 16 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम कहां गई, इसका इन्वेस्टिगेशन किया जा रहा है।
- आरोपी की विदेश में रहने की व्यवस्था किसने की थी, यह जांच की जा रही है।
आरोपी बोला- लेनदेन जांचने के लिए रिमांड की जरूरत नहीं
कार्तिक पटेल के वकील ने कोर्ट में कहा कि इस मामले में वित्तीय लेनदेन की जांच होनी है। इसके लिए रिमांड की जरूरत नहीं है। कार्तिक के अस्पताल में कई मरीजों का मुफ्त ऑपरेशन हुआ, अगर पैसे कमाने होते तो ऐसा क्यों करते। सरकारी योजना के प्रचार-प्रसार के लिए उन्हें कैंप लगवाए थे।