हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 6 सितंबर की देर रात दो लिस्ट में 32 उम्मीदवारों का ऐलान किया। पहली लिस्ट में 31 उम्मीदवारों का ऐलान किया गया। डेढ़ घंटे बाद दूसरी लिस्ट में एक कैंडिडेट का नाम घोषित किया।
पार्टी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत अपने सभी 28 सिटिंग विधायकों पर फिर से भरोसा जताया है। पहली लिस्ट में 5 महिलाओं और 3 मुस्लिम चेहरों को भी टिकट मिला है।
पार्टी ने पहली लिस्ट में पानीपत की इसराना सीट के मौजूदा विधायक बलबीर सिंह वाल्मीकि के नाम का ऐलान नहीं किया था। डेढ़ घंटे बाद उनके टिकट की घोषणा अलग से की गई।
शुक्रवार दोपहर 3.13 बजे कांग्रेस में शामिल हुईं पूर्व रेसलर विनेश फोगाट को जुलाना से उम्मीदवार बनाया गया है। विनेश फोगाट का ससुराल जींद जिले के बख्ता खेड़ा गांव में है, जो जुलाना विधानसभा सीट के तहत ही आता है। ये जाट बहुल सीट है।
भाजपा ने दो दिन पहले जारी अपनी पहली लिस्ट में 67 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए थे। राज्य में 5 अक्टूबर को मतदान होगा। रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा।
6 जिलों में एक भी टिकट का ऐलान नहीं
कांग्रेस ने अपनी पहली लिस्ट में प्रदेश के 22 में से 6 जिलों के लिए एक भी उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया। इन जिलों में कैथल, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी-दादरी और गुरुग्राम शामिल है। कैथल में 4, फतेहाबाद में 3, हिसार में 7, भिवानी में 4, चरखी-दादरी में 2 और गुरुग्राम जिले में 4 विधानसभा सीटें हैं। 2019 के चुनाव में इनमें से भिवानी जिले की तोशाम सीट पर किरण चौधरी और हिसार जिले की आदमपुर सीट पर कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस के टिकट पर जीते थे लेकिन अब ये दोनों ही नेता भाजपा में शामिल हो चुके हैं। ऐसे में कह सकते हैं कि मौजूदा समय में इन 6 जिलों में कांग्रेस के पास एक भी सीट नहीं थी।
झज्जर-नूंह की सभी सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान
कांग्रेस ने पहली लिस्ट में झज्जर जिले की चारों और नूंह जिले की तीनों सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया। 2019 के विधानसभा चुनाव में झज्जर जिले की चारों और नूंह जिले की तीनों सीटें कांग्रेस ने ही जीती थी। पार्टी ने यहां पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट से ताल्लुक रखने वाले मौजूदा विधायकों पर ही भरोसा जताया है।
हुड्डा के गढ़ रोहतक की एक, सोनीपत की 2 सीटें भी होल्ड
कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गृह जिले रोहतक की एक और सोनीपत की दो सीटों पर कैंडिडेट्स का ऐलान पहली लिस्ट में नहीं कर पाई। पार्टी ने रोहतक जिले की चार में से उन्हीं 3 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया जहां वह 2019 में विजयी रही थी। रोहतक की महम सीट पर 2019 में कांग्रेसी कैंडिडेट आनंद सिंह दांगी निर्दलीय उम्मीदवार बलराज कुंडू के सामने हार गए थे। इस बार पार्टी ने पहली लिस्ट में महम से उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया।
पार्टी ने पहली लिस्ट में सोनीपत जिले की भी 6 में से उन्हीं चार सीटों पर कैंडिडेट्स का ऐलान किया जो उसने 2019 में जीती थी। सोनीपत की राई और गन्नौर सीट पर उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया गया। हुड्डा का गढ़ होते हुए भी इन दोनों सीटों पर कांग्रेसी कैंडिडेट 2019 में भाजपा के हाथों हार गए थे।
समर्थकों के बीच रो पड़े प्रदेश प्रभारी बाबरिया
मैंने तो कोशिश की है कि कांग्रेस के लोगों को ही प्राथमिकता मिले। लेकिन मुझे लगता है कि मैं शत-प्रतिशत आपके भरोसे पर खरा नहीं उतरा। उसके लिए माफी मांगता हूं। यह कहते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया समर्थकों के बीच भावुक होते हुए रो पड़े। उन्होंने कहा कि 2 से 3 दिन धैर्य रखना, जिन्हें टिकट नहीं मिल रहा, जो अच्छा काम किए हैं। उन्हें प्रोत्साहन पत्र राहुल गांधी से दिलवाएंगे, लेकिन धैर्य जरूर रखना।
2 बार केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग हुई
हरियाणा में उम्मीदवारों के सिलेक्शन के लिए कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की 2 बार मीटिंग हो चुकी है। पहली मीटिंग 2 सितंबर को हुई थी। जिसमें 49 सीटों पर चर्चा हुई। जिसमें 34 उम्मीदवारों के नाम फाइनल हुए। 15 नाम स्क्रीनिंग कमेटी को लौटा दिए हैं। जो 34 नाम फाइनल हुए हैं, उनमें 22 विधायक शामिल थे।
इसके बाद 3 सितंबर को दूसरी मीटिंग हुई। जिसमें 34 सीटों पर चर्चा हुई। जिनमें 32 सीटें फाइनल कर ली गई। इसके बाद 24 सीटें बची हुई थीं। जिन पर फाइनल चर्चा से पहले स्क्रीनिंग कमेटी को जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
हरियाणा कांग्रेस में चल रही CM चेहरे की लड़ाई
हरियाणा कांग्रेस में चुनाव से पहले सीएम के चेहरे को लेकर लड़ाई चल रही है। फिलहाल पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा इसके सबसे बड़े दावेदार हैं। हालांकि सिरसा सांसद कुमारी सैलजा भी कह चुकी हैं कि वह सीएम क्यों नहीं बन सकतीं। इसके लिए उन्होंने अनुसूचित जाति का सीएम बनाने की पैरवी की है। वहीं राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने भी शुक्रवार को बयान दिया कि मैं मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं।