गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा- महाराष्ट्र की महाविजय ने कई मायने बदले हैं। शरद पवार जी ने 1978 से दाग-पत्का (विश्वासघात) की जो राजनीति शुरू की थी, उसे 20 फीट जमीन में दफनाने का काम किया।
उद्धव ठाकरे ने जो द्रोह किया था और बालासाहेब के सिद्धांतों को छोड़ा था। झूठ-फरेब करके मुख्यमंत्री बने थे। महाराष्ट्र ने उद्धव ठाकरे जी को उनकी जगह दिखा दी। शाह शिरडी में महाराष्ट्र भाजपा के सम्मेलन में बोल रहे थे।
I.N.D.I.A. गठबंधन पर शाह ने कहा- मुंबई चुनाव आ रहा है और शिवसेना (UBT) कांग्रेस से अलग लड़ने वाली है। पूरा इंडी अलायंस एक घमंडिया गठबंधन में बिखरने की शुरुआत हुई है। इसमें महाराष्ट्र का योगदान है। इनका मनोबल टूट गया है।
- महाराष्ट्र निकाय चुनाव पर
इसी साल नगर निकाय के चुनाव हैं। विरोधियों को एक भी जगह बैठने की न मिले इसकी चिंता करनी है। विकास की चेन तभी पूरी होती है, जब पंचायत से पार्लियामेंट तक भगवा लहरा दो। हर जगह विजय का सूत्रधार बनना है। साईंनगरी में संकल्प करते हैं कि एक-एक इकाई भाजपा जीतेगी। आगे कोई हमारे साथ विश्वासघात न कर पाए ऐसी मजबूत भाजपा बनानी है। - I.N.D.I.A. गठबंधन पर
दिल्ली में कांग्रेस और AAP अलग लड़ रहे हैं। बंगाल में TMC और कांग्रेस अलग पड़े हैं। बिहार में लालू अगल छटपटा रहे हैं। इनका मनोबल टूट गया है। वहीं, भाजपा एक के बाद एक विजय लेकर आगे बढ़ रही है।
आज कह के जाता हूं, 8 तारीख को पटाखे तैयार रखना। दिल्ली में भी भाजपा की सरकार बनने वाली है। 2024 का अंत महाराष्ट्र भाजपा ने किया और 2025 के विजय की शुरुआत दिल्ली भाजपा करने वाली है।
- चुनाव में किए वादों पर
हमारी परंपरा है जो कहते हैं वो पूरा करते हैं। विरोधी कह रहे हैं कि कैसे पूरा करोगे। भाई, अब आपका काम देखने का है, देखते रहो जो कहा है सब पूरा करेंगे। हमने 2014 से 2024 तक अनगिनत वादे किए और सब पूरे किए।
कल रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को एक साल पूरा हो गया। 550 साल से रामलला टेंट में बैठे थे, भाजपा ने वादा किया था और मोदी जी ने वादा पूरा कर दिया। धारा 370 खत्म की, आतंकबाद खत्म किया और आज कह कर जा रहा हूं, 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद खत्म कर देंगे।
- सदस्यता अभियान और संगठन पर
2024 भाजपा के लिए सुखद रहा। इसी साल मोदी जी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने। इसी साल हरियाणा में तीसरी बार जीते। आंध्र में पहली बार एनडीए जीता, पहली बार ओडिशा में सरकार बनी। तीसरी बार सिक्किम में एनडीए जीता। महाराष्ट्र में तीसरी बार जनादेश मिला। जब भी भाजपा का इतिहास लिखा जाएगा तो 2024 अहम होगा।
महाराष्ट्र में संगठन पर्व देर से शुरू हुआ। 40 लाख सदस्य बने हैं, डेढ़ करोड़ बनाने हैं। एक भी बूथ ऐसा न हो जहां 250 से कम सदस्य हों। बूथ की रचना करते वक्त लाडली बहना और किसानों को सदस्य बनाना है।