पलवल। पुलिस प्रवक्ता कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार एसपी पलवल चंद्र मोहन, आईपीएस के कुशल नेतृत्व में पलवल पुलिस लगातार अपराधियो पर शिकंजा कस रही है। इसी कड़ी मे साइबर/डिजिटल अरेस्ट कर 88 लाख की साइबर ठगी मामले में साइबर क्राइम थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो साइबर ठगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
साइबर क्राइम थाना प्रभारी निरीक्षक नवीन कुमार के अनुसार मामले में न्यू कालोनी के रहने वाले अनिल कुमार ने शिकायत दी थी कि वह सुथार इंटरप्राइजेज के नाम से डोर फ्रेम का व्यवसाय करते हैं। व्यापारिक उद्देश्य से वह हरियाणा के विभिन्न शहरों में जाते हैं। बीती 19 अक्टूबर को उनके व्हाट्सएप पर विभिन्न नंबरों से फोन आए थे। फोन करने वाले ने खुद को सीबीआई के अधिकारी के रूप में पेश किया। उन्होंने उनके साथ व्हाट्सएप पर सीबीआई और आरबीआई का नोटिस साझा किया। उसे बताया गया कि उनके (पीड़ित) द्वारा एचडीएफसी बैंक में कई खाते खोले गए हैं और इनके माध्यम से मनी लान्ड्रिंग की जा रही है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है।
शिकायतकर्ता के अनुसार खुद को सीबीआई का अधिकारी बता रहा व्यक्ति वीडियो काल पर था और उसने धमकी दी कि वह काल न काटे और किसी को न बताए, नहीं तो उसे सात साल की कैद सकती है। आरोपित ने पीड़ित के साथ उसके माता-पिता और पत्नी को गिरफ्तार करने की धमकी भी दी। इससे पीड़ित डर गया। आरोपित ने कहा कि पीड़ित के बैंक खातों में मौजूद सभी रुपयों की जांच की जाएगी। इसके लिए यह रकम उनके (आरोपित) बैंक खातों में ट्रांसफर करनी होगी। जांच के बाद यह रुपये वापस कर दिए जाएंगे। पीड़ित आरोपित के झांसे में आ गया। पीड़ित ने अपने बैंक खातों में मौजूद 88 लाख रुपयों को आरटीजीएस के जरिए आरोपित द्वारा बताए गए खातों में ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद आरोपित ने पीड़ित को फिर से अगले 72 घंटों के लिए वीडियो काल पर रखा। आरोपित ने पीड़ित से जमानत के लिए फ़ाइल तैयार होने की बात कहकर 15 लाख रुपये और मांगे। इसके बाद पीड़ित ने फोन काटकर अपने रिश्तेदारों से बात की और उसे पता चला कि यह एक साइबर गिरफ्तारी घोटाला है। शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज जाँच शुरू की गई।
प्रभारी थाना ने बताया कि जांच अधिकारी P/SI संदीप कुमार ने ठगी में खातों के प्रयोग और साइबर तकनीक के आधार पर गत दिनांक 28 अक्टूबर को मध्य प्रदेश के ग्वालियर के रहने वाले सचिन उपाध्याय और इंदौर के रहने वाले यश दुबे को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। दोनों ठगों को गिरफ्तार कर गहन पूछताछ के लिए छह दिन की रिमांड पर लिया गया। आरोपियों से 13 फोन, पांच एटीएम कार्ड, आठ चेक बुक बरामद किए गए। बाद रिमांड आरोपियों को बंद कारागार कराया गया। मामले में विवेचना जारी है इस नेटवर्क से जुड़े किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।