Faridabad/Atulyaloktantra : बालाजी कॉलेज बल्लभगढ़ में आज बालाजी प्रकाशन के बैनर तले “हनु उनचासा ” एवं “श्वेत क्रांति का नया संकट ” पुस्तक का विधिवत विमोचन हुआ। पुस्तकों का विमोचन इंदिरा गांधी कला केंद्र के अध्यक्ष पद्मश्री रामबहादुर राय के हाथों हुआ।
उन्होंने सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत मे बौद्धिक विकास तो हुआ लेकिन इसने मानसिक व शारिरिक स्वास्थ्य को प्रभावित किया है। मनुष्य ज्ञान को तो अर्जित कर रहा है लेकिन उसके व्यवहार में संकीर्णता दिखाई दे रही है। बालाजी कॉलेज के निदेशक डॉ जगदीश चौधरी ने बताया कि हम बचपन से हनुमान चालीसा पढ़ते रहे, भारतीय जनमानस की श्वासों में हनुमान चालीसा बसता है। परंतु श्याम सुंदर सिंह ने “हनु उनचासा ” लिखकर नई भक्ति परम्परा को गहराई दी है। उन्होंने इन पुस्तकों का विमोचन राम बहादुर राय के हाथों होने को दुर्लभ संयोग करार दिया।
दूसरी पुस्तक “श्वेत क्रांति का नया संकट “पुस्तक का विमोचन भी किया गया ,जिसके विषय मे लेखक कौशल किशोर ने बताया कि वर्तमान समय मे भारत में 50 फीसदी दूध मिलावटी है और यदि इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो 2024 तक लगभग 80 करोड़ भारतीय केंसर जैसी भयंकर बीमारी का शिकार होंगे।
इस अवसर पर जेसी बोस यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अरविंद गुप्ता, गांधी शांति प्रतिष्ठान के रमेश शर्मा, साहित्यकार सुभाष गुप्ता, राजेश खुशदिल, समाजसेवी रविन्द्र फौजदार सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे। हनु उनचासा के गायन व सांस्कृतिक नृत्य ने सभी को मंत्रमुग्ध किया।