फरीदाबाद: ओल्ड फरीदाबाद के मुख्य बाजार में रहड़ी पटरी वालों के अतिक्रमण के चलते सड़क पर चलना टेढ़ी खीर हो गया है। आपतकालीन स्थिती में यहां से निकलना तो भगवान् भरोसे है।
सैक्टर 16 ओर से आने वाली सड़क तौर पार कर अग्रसेन जी की मूर्ति से मैन बाजार की शुरुआत होती है, दूसरा छोर पथवारी मन्दिर तक है, उससे आगे सड़क चौड़ी है तथा सैक्टर 28 तिराहे तक बाजार है। लेकिन बहुत ज्यादा चांदी वाली धर्मशाला से पटवारी मन्दिर से पहले अग्रसेन चौक तक है।
बीच बाज़ार में में आने जाने के लिए कई गलियां है। गलियों के मौड़ पर रहड़ी पटरी वालों का कब्जा है वहीं बाजार में रहड़ी वाले इधर उधर करते रहते हैं। इनकी वजह से सड़क सिमट कर रह गयी है बहुत बार तो बाजार में आने वाले लोगों को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा कई बार मौहल्लों में आने जाने वाली गलियों व बाजार काे जोड़ने वाले तिराहे पर खड़ा होने से गली का मोड़ बहुत संकीर्ण हो जाता है।
सैक्टरों व कालोनियों से खरीददारी करने के लिए आने वाले कई बुजुर्ग तथा महिलाओं का कहना है कि बाजार में अतिक्रमण के कारण किसी दुर्घटना का अनजाना भय बना रहता है।
एक बुजुर्ग का तो यहाँ तक कहना था कि उसे रास्ते पर अवैध कब्जा होने पर आगे न चलने पर पीछे से अचानक धक्का लगा जिससे वह गिर गया और पैर में चोट लग गई।
फरीदाबाद नगर निगम का दस्ता अतिक्रमण हटाने और रहड़ी पटरी बाजार से हटाने की कार्यवाही समय -2 पर करता रहता है। लेकिन अतिक्रमण करने वाले फिर वही काम।
चश्मदीद बताते हैं कि नजारा यह होता है कि जब नगर निगम की गाड़ी का सायरन सुना कि निगम दस्ता आ रहा है वे रहड़ी पटरी वाले सामान सहित इधर उधर हो जाते हैं और दस्ते के आगे निकलते ही फिर वही अवैध कब्जा कर लेते हैं यानि उन्हें प्रशासन का बिल्कुल डर नहीं है।
लोगों का कहना है कि करना काल में निगम प्रशासन की कार्यवाही का पूरा अमल होता था अब क्यों नहीं? इसकी क्या वजह है। इसे तो प्रशासन ही बेहतर जानता होगा?