पलवल। विभिन्न किसान संगठनों द्वारा 13 फरवरी को दिल्ली कूच का आह्वान किया गया है। जिसके मध्यनजर पलवल पुलिस पूरी तरह से अलर्ट नजर आ रही है। इस संबंध में पलवल पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अंशु सिंगला आईपीएस ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि पलवल में कानून एंव व्यवस्था के साथ खिलवाड बिल्कुल बर्दाश्त नही किया जाएगा।
कोई भी व्यक्ति किसी के बहकावे या उकसावे में आकर कानून व्यवस्था को ना बिगाडे और पलवल में शांति व कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने में पलवल पुलिस का सहयोग करें।पलवल पुलिस किसी भी प्रकार की अप्रिय परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से सक्षम है।
दिल्ली कूच के मध्यनजर पलवल में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने हेतु जिलाधीश पलवल महोदय द्वारा भी धारा 144 के आदेश पारित किया जा चुके है। उन्होंने बताया कि पुलिस प्रशासन नागरिकों की सुरक्षा के लिए 24 घंटे तैनात हैं।
किसी भी नागरिक को अफवाहों पर ध्यान देकर माहौल को खराब करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में अमन-चैन व शांति का माहौल है। कोई भी नागरिक या संगठन यदि शान्ति व्यवस्था बाधित करेगा तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने आह्वान किया है कि सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान ना दें। पलवल पुलिस प्रशासन की सोशल मीडिया पर पैनी नजर है ।
कोई भी व्यक्ति गलत अफवाह फैलाएगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि हम सभी को कानून का सम्मान करते हुए इसके दायरे में रहते हुए सोशल मीडिया का प्रयोग करना चाहिए।
युवा सोशल मीडिया का प्रयोग शिक्षा तथा अच्छी सूचना को प्राप्त करने के लिए करें। किसी भी सूचना को अग्रेषित करने से पहले उसके परिणाम के बारे में जरूर सोचना चाहिए।
समाज को नुकसान पहुंचाने वाली किसी भी प्रकार की सूचना व वीडियो को आगे फॉरवर्ड नहीं करना चाहिए। कई बार सोशल मीडिया पर पुरानी वीडियो को एडिट करके दिखाकर दुष्प्रचार करने करने की कोशिश की जाती है।
इस तरह की किसी भी प्रकार की हरकत पर पलवल पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी। पलवल पुलिस की एक बार पुनः आमजन से अपील भाईचार बनाएं रखें। कानून एंव व्यवस्था को खराब करने का किसी को भी मौका ना दें व शांति बनाए रखें।
इसके अलावा किसानों के दिल्ली कूच के मध्य नजर पंजाब एवं चंडीगढ़ की तरफ जाने वाले व्यावसायिक वाहनों के लिए मार्ग आज से बंद कर दिए गए हैं। अतः भारी वाहन चालक व चालक यूनियनों से अपील है कि वह चंडीगढ़ एवं पंजाब जाने के लिए अन्य किसी मार्ग का प्रयोग करें।