Faridabad/ ATULYA LOKTANTRA ( DEEPAK SHARMA Shakti ): पंजाब और हिमाचल के बाद कांग्रेस ने हरियाणा में प्रदेश यूनिट में बड़ा बदलाव करते हुए कुमारी शैलजा के स्थान पर अब उदयभान को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है।
ज्ञात रहे उदयभान भूपिंदर सिंह हुड्डा के करीबी माने जाते हैं। वह होडल सीट से कई बार के विधायक हैं और दलित समुदाय से ही आते हैं। पूर्व में उदयभान कृभको के चैयरमैन भी रहे हैं। दरअसल भूपिंदर सिंह हुड्डा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा से गहरे मतभेद थे। वह लगातार उन्हें हटाकर किसी और को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे थे, लेकिन पार्टी के सामने दलित समुदाय से आने वालीं शैलजा को हटाने से उनके समुदाय की नाराजगी मोल लेने का भी डर था जो गंभीर मसला था।
राजनीति
ऐसी स्थिति में कांग्रेस हाईकमान न तो भूपिंदर सिंह हुड्डा को नाराज करना चाहता था और न ही दलित बिरादरी की उपेक्षा का आरोप लगने देना चाहता था। हाईकमान ने उदयभान पर विचार किया जो भूपिंदर सिंह हुड्डा के करीबी होने के साथ ही दलित समुदाय से भी आते हैं और कई बार के विधायक हैं।
पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा फिलहाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। कहा जा रहा है कि पहले उन्हें ही हाईकमान ने अध्यक्ष बनने का प्रस्ताव दिया था। लेकिन इसके साथ ही विधानसभा में नेता विपक्ष किसी और को बनाने की बात थी। इस विकल्प को हुड्डा ने खारिज कर दिया और खुद के नेता विपक्ष ही बने रहने की इच्छा जताई। इसके साथ ही उनका इरादा यह भी था कि कुमारी शैलजा को हटा कर किसी और को प्रदेश यूनिट की कमान दी जाए।
हालांकि हुड्डा की इस मांग को लेकर हाईकमान इस पसोपेश में था कि यदि उनकी उपेक्षा की जाती है तो जाट समुदाय में गलत संदेश जाएगा। हुड्डा को जाट बिरादरी में प्रभावशाली नेता माना जाता है। इसके अलावा कुमारी शैलजा को किनारे करने पर दलित समुदाय की नाराजगी का डर था। उदयभान के जरिए कांग्रेस ने इन दोनों ही मुश्किलों पर काबू पा लिया है, इस तरह संगठन मजबूत करने की दृष्टि से यह अच्छा कदम है।
 
					
 
			 
                                
                             
 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		