Palwal / ब्यूरो रिपोर्ट।सनातन धर्म और हिंदू एकता को समर्पित बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की “सनातन एकता पद यात्रा” दिल्ली से वृंदावन तक निकाली जा रही है। इसी यात्रा को लेकर शनिवार को पलवल के विश्रामगृह में कथा व्यास वासुदेव कृष्ण शास्त्री ने अपने साथी पंडितों व पुजारियों के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
शास्त्री ने कहा कि आज समाज और सनातन धर्म पर देशभर में गहरा संकट मंडरा रहा है। कुछ शक्तियां ऐसी हैं जो नहीं चाहतीं कि हिंदुस्तान तरक्की करे और एकजुट रहे। उन्होंने कहा कि “भारत विश्व गुरु था, है और रहेगा”, लेकिन कुछ ताकतें सनातन संस्कृति और हिंदू समाज को तोड़ने में लगी हैं, जिससे समाज बंटा हुआ और कमजोर होता जा रहा है।
उन्होंने आह्वान किया कि अब हिंदू समाज को एकजुट होने की आवश्यकता है। बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का नारा है – “जाति-पात की करो विदाई, हम सब हिंदू भाई-भाई।”
शास्त्री ने बताया कि बागेश्वर धाम सरकार और अन्य संतों का प्रमुख उद्देश्य भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करना, गाय को राष्ट्रीय माता का दर्जा दिलाना, यमुना को निर्मल बनाना और वृंदावन को मांस-मुक्त क्षेत्र घोषित कराना है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्राचीन भारत में जाति व्यवस्था नहीं, बल्कि वर्ण व्यवस्था थी — जो व्यक्ति जिस कार्य में पारंगत था, वह उसी वर्ण का कहलाता था। जातियां बाद में बनीं। उन्होंने बताया कि सनातन धर्म में कभी भी अंतर्जातीय विवाह पर रोक नहीं रही, बल्कि अब तो सरकार भी ऐसे विवाह पर प्रोत्साहन स्वरूप आर्थिक सहायता देती है, जो सराहनीय है।
यात्रा कार्यक्रम:
वासुदेव कृष्ण शास्त्री ने जानकारी दी कि “सनातन एकता यात्रा” 7 नवंबर को दिल्ली स्थित अक्षरधाम मंदिर से प्रारंभ होगी। यात्रा फरीदाबाद और बल्लभगढ़ होते हुए 9 नवंबर को पलवल जिले में प्रवेश करेगी।
पलवल में यात्रा का दिवसीय भजन कल्याण कार्यक्रम बाघोला गांव में होगा, जबकि रात्रि विश्राम आगरा चौक स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल में रहेगा।
अगले दिन यात्रा आगे बढ़कर बामणीखेड़ा में विश्राम करेगी, बंचारी गांव में दोपहर प्रवास और होडल की अनाज मंडी में रात्रि विश्राम होगा।
इसके बाद यात्रा उत्तर प्रदेश में प्रवेश करते हुए 16 नवंबर को छटीकरा से होते हुए वृंदावन के श्री बांके बिहारी मंदिर में समाप्त होगी।
उन्होंने बताया कि यात्रा में बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के अलावा देवकीनंदन ठाकुर, इंद्रेश जी महाराज, अनिरुद्ध आचार्य महाराज, मोनी बाबा तथा अन्य अनेक संत-महात्मा भी शामिल होंगे।
शास्त्री ने पलवल जिले के लोगों से आह्वान किया कि वे इस ऐतिहासिक यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होकर सनातन एकता का संदेश घर-घर तक पहुंचाएं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में वासुदेव कृष्ण शास्त्री के साथ योगेश भारद्वाज, संतोष शास्त्री, राहुल शर्मा और आकाश आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

