नई दिल्ली: देश के कई राज्यों में कोरोना महामारी ने एक बार फिर कहर बरपाना शुरू कर दिया है। कोरोना वायरस से महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित है, तो वहीं दिल्ली में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना के बढ़ते संकट की वजह से एक बार फिर लॉकडाउन खतरा मंडरा रहा है। लॉकडाउन को लेकर कई राज्य सरकारों ने इशारा भी किया है।
महाराष्ट्र में गुरुवार को कोरोना के रिकॉर्ड 14317 नए मामले दर्ज किए गए। दिल्ली में कोरोना के 400 से ज्यादा नए केस मिले हैं। बीते दो महीने में कोरोना के सबसे ज्यादा नए केस सामने आए हैं। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा है कि वह आने वाले 2-3 दिनों में राज्य के कुछ इलाके में लॉकडाउन लगाने पर फैसला ले सकते हैं।
कोरोना के बढ़ते संकट को देखते हुए नागपुर में 15 मार्च से 21 मार्च तक पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया गया है। सिर्फ आवश्यक सेवाओं की ही अनुमति दी गई है। पुणे में 21276 कोरोना के एक्टिव केस हैं, नागपुर में 13800, ठाणे में 10825, मुंबई में 10563 कोरोना के एक्टिव केस हैं।
प्रदेश में अमरावती और पुणे, जलगांव जैसे जिलों में पहले से ही कई सारे प्रतिबंध लगाए जा चुके हैं। देश में सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में मिल रहे हैं। इसको देखते हुए वैक्सीनेशन की रफ्तार भी तेज कर दी गई है। महाराष्ट्र के बाद केरल सबसे अधिक प्रभावित है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु से लगातार कोरोना वायरस के ज्यादा मामले आ रहे हैं। बीते 24 घंटे में देश में सामने आए कुल मामलों में इन छह राज्यों में ही 85.91 प्रतिशत मामले सामने आए हैं।
इससे पहले केंद्र सरकार ने कहा था कि महाराष्ट्र में कोरोना के मामले बढ़ने का कारण महामारी के प्रति लोगों की कम जागरूकता और डर की कमी है। बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने उच्च स्तरीय टीमें भेजी हैं।