जम्मू-कश्मीर में लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके में 68 लॉन्चपैड सक्रिय हैं। वहां 110 से 120 आतंकी जम्मू-कश्मीर में घुसने की तैयारी कर रहे हैं। खुफिया एजेंसियों ने दैनिक भास्कर को ये एक्सक्लूसिव जानकारी दी है।
सूत्रों के मुताबिक, अगले कुछ हफ्तों में घुसपैठ की कोशिशें बढ़ सकती हैं। LoC के कई संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा को और कड़ा कर दिया गया है। सभी सेक्टरों में निगरानी बढ़ा दी गई है, ताकि आतंकी सीमा के करीब भी न पहुंच सकें।
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी लगातार LoC की ओर भेजा जा रहे हैं, लेकिन भारतीय सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह तैयार हैं। सभी फोर्सेज को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि हर घुसपैठ की कोशिश को सीमा पर ही रोक दिया जाए।
सीमा से लगे गांवों और आगे की चौकियों में भी गश्त बढ़ा दी गई है। फील्ड यूनिट्स को अधिक सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध हरकत पर तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
घुसपैठ रोकने के लिए सुरक्षा बलों ने अपनी काउंटर-इनफिल्ट्रेशन ग्रिड को और मजबूत किया है। बॉर्डर पर अब नाइट विजन कैमरे, ड्रोन निगरानी, थर्मल सेंसर, ग्राउंड सेंसर, बढ़ी हुई पेट्रोलिंग और अतिरिक्त जवानों की तैनाती कर दी गई है।
इससे पहले 30 नवंबर को जम्मू के बीएसएफ कैंपस में एनुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी। इस दौरान BSF की जम्मू फ्रंटियर के IG शशांक आनंद ने बताया, ‘साल 2025 में अब तक BSF ने पाकिस्तान की 118 चौकियां तबाह की हैं। सरकार ने हमें जीरो घुसपैठ का टारगेट दिया है। हम उसको पूरा करेंगे।’
वहीं, BSF डीआईजी विक्रम कुंवर ने कहा- ऑपरेशन सिंदूर के दौरान BSF ने कई आतंकी लॉन्च पैड नष्ट किए, इसके बाद पाकिस्तान ने बॉर्डर से 72 से ज्यादा टेरर लॉंचिंग पैड शिफ्ट किए हैं। इनमें सियालकोट-जफ्फरवाल में एक्टिव 12 लॉन्च पैड और दूसरी जगहों पर एक्टिव 60 लॉन्च पैड शामिल हैं। हालांकि, ये सभी बॉर्डर से दूर हैं।

