औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर विश्व हिंदू परिषद के प्रदर्शन के बाद 17 मार्च को नागपुर में हिंसा हुई थी। घटना के पांचवें दिन शनिवार को CM देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा-हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई दंगाइयों की संपत्ति बेचकर वसूली जाएगी। जरूरत पड़ी तो बुलडोजर भी चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा- पीड़ितों को जल्द ही नुकसान की भरपाई की जाएगी। जिन्होंने पुलिस पर हमला किया, उनके खिलाफ कठोर से कठोर धाराएं लगाई जाएंगी। उन्होंने विपक्ष के आरोप पर कहा कि हिंसा इंटेलिजेंस फेल्योर या राजनीतिक साजिश नहीं थी। लेडी कॉन्स्टेबल के साथ छेड़छाड़ की खबर सच नहीं है। उन पर पत्थर जरूर फेंके गए थे।
फडणवीस ने बताया कि यह कहना जल्दबाजी होगी कि हिंसा में कोई विदेशी या बांग्लादेशी एंगल था। हालांकि इसकी जांच की जा रही है। कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल नागपुर दौरे पर आया था, उसमें एक सदस्य अकोला हिंसा में आरोपी है। उन्होंने बताया कि हिंसा के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नागपुर दौरा प्रभावित नहीं होगा।
हिंसा के पांचवें दिन एक शख्स की मौत
नागपुर हिंसा में घायल 40 साल के इरफान अंसारी की शनिवार दोपहर 1:20 बजे इलाज के दौरान मौत हो गई। वह 17 मार्च से इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (IGGMCH) में भर्ती था। वेल्डर अंसारी सोमवार रात करीब 11 बजे नागपुर रेलवे स्टेशन से इटारसी के लिए ट्रेन पकड़ने के लिए घर से निकला था। हिंसा से प्रभावित इलाकों में से एक नागपुर रेलवे स्टेशन भी है।
एक और गिरफ्तारी, जांच क्राइम ब्रांच को
इस बीच नागपुर हिंसा के मामले में शुक्रवार देर रात हामिद इंजीनियर को गिरफ्तार किया गया। हामिद माइनॉरिटीज डेमोक्रेटिक पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष है। रिपोर्ट्स के मुताबिक महाराष्ट्र सरकार ने हिंसा की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है।
अजित पवार बोले-मुस्लिमों को आंख दिखाने वाले को बख्शेंगे नहीं
नागपुर में 17 मार्च को हुई हिंसा के बाद महाराष्ट्र के डिप्टी CM अजित पवार ने कहा- जो भी मुस्लिम भाइयों को आंख दिखाएगा, दो समूहों के बीच संघर्ष भड़काकर कानून व्यवस्था को बाधित करेगा और कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश करेगा। वह चाहे कोई भी हो, उसे किसी भी हालत में बख्शा या माफ नहीं किया जाएगा।
पवार ने ये बयान पार्टी की ओर से मुंबई के इस्लाम जिमखाना में शुक्रवार को दी गई इफ्तार पार्टी के दौरान दिया। पवार ने ये भी कहा- रमजान हमें एकता और भाईचारे का संदेश देता है। छत्रपति शिवाजी महाराज, बाबा साहब अंबेडकर, महात्मा ज्योतिबा फुले और शाहू जी महाराज ने जातियों को एकसाथ लाकर समाज के उत्थान का मार्ग दिखाया। हमें इस विरासत को आगे बढ़ाना है।

