दिल्ली के पूर्व CM अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि भाजपा उनके विधायकों और कैंडिडेट्स को फोन पर 15-15 करोड़ के ऑफर दिए। केजरीवाल ने सुबह 11.30 बजे सभी 70 कैंडिडेट्स की मीटिंग ली थी।
केजरीवाल के आरोपों के बाद भाजपा ने दिल्ली के LG वीके सक्सेना को पत्र लिखकर आरोपों की जांच की मांग की। इसके बाद LG ने एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को मामले की जांच के आदेश दिए।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ACB की टीम केजरीवाल, सांसद संजय सिंह और मुकेश अहलावत के घर जांच के लिए पहुंची। करीब डेढ़ घंटे तक केजरीवाल के घर में जांच की, लीगल नोटिस दिया और रवाना हो गई।
केजरीवाल ने 6 फरवरी को 3 एजेंसियों का एग्जिट पोल आने के बाद यह आरोप लगाए। दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 सीटों के लिए 5 फरवरी को 60.54% मतदान हुआ। नतीजे 8 फरवरी को आएंगे।
केजरीवाल का आरोप- EC ने वोटों की संख्या शेयर करने से इनकार किया
केजरीवाल ने चुनाव आयोग (ECI) पर फॉर्म 17सी को अपलोड करने से इनकार करने का आरोप लगाया। इससे दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) में डाले गए वोटों की कुल संख्या का डेटा मिलता है।
उन्होंने कहा, ‘आम आदमी पार्टी ने एक वेबसाइट https://transparentelections.in बनाई है। जिस पर हर विधानसभा के सभी फॉर्म-17 सी अपलोड कर दिए हैं। इस फॉर्म में हर बूथ पर डाले गए वोटों का पूरा ब्योरा है। दिनभर हम हर विधानसभा और हर बूथ का डेटा सारणीबद्ध प्रारूप में भी पेश करेंगे, ताकि हर मतदाता इस जानकारी तक पहुंच सके।
AAP का दावा- चुनाव में 50 सीटें जीतेंगे
AAP नेता गोपाल राय ने कहा कि इस मीटिंग में सभी कैंडिडेट्स ने अपनी रिपोर्ट पेश की है। हमारी पार्टी करीब 50 सीटें जीतेगी। 6-7 सीटों पर करीबी मुकाबला है। गाली-गलौज पार्टी एग्जिट पोल्स के जरिए महौल बनाना चाह रही है कि वही सत्ता में आएगी। वह हमारे विधायकों को कॉल कर उन्हें लालच दे रही है।

