जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 का रिजल्ट मंगलवार को आएगा। एग्जिट पोल में नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और कांग्रेस बहुमत के करीब दिख रही हैं।
PDP नेता जुहैब यूसुफ मीर ने रविवार को कहा था- भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए NC -कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सकते हैं। सोमवार को PDP चीफ महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा ने गठबंधन पर अपनी X पोस्ट में लिखा- गठबंधन की बात केवल अटकलें हैं। PDP की सीनियर लीडरशिप सेक्युलर फ्रंट को समर्थन पर तभी फैसला करेगी, जब रिजल्ट आएगा। ये हमारा ऑफिशियल स्टैंड है।
वहीं, आवामी इत्तेहाद पार्टी के प्रमुख और बारामूला के सांसद राशिद इंजीनियर ने कहा- जब तक जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा नहीं मिलता, तब तक INDI ब्लॉक, PDP और अन्य पार्टियां राज्य में सरकार नहीं बनाएं, लेकिन एकजुट रहें।
इधर जम्मू-कश्मीर बीजेपी चीफ रविंद्र रैना ने सोमवार को कहा- हम छोटी पार्टियों के समर्थन से जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाएंगे।
5 अक्टूबर को जारी हुए एग्जिट पोल्स में NC-कांग्रेस की सरकार बनती नजर आ रही है। 10 पोल में से 5 नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन की सरकार बना रहे हैं, जबकि 5 में वह बहुमत से 10 से 15 सीटें दूर दिख रही है। पार्टी को 40 सीटें मिलने का अनुमान है।
भाजपा 30 सीटें ला सकती है। PDP और अन्य की 10-10 सीटें आएंगी। भाजपा की नजर जीत हासिल करने वाले निर्दलिय प्रत्याशियों पर है। उनके साथ मिलकर सरकार बनाने पर है।
दरबार मूव को फिर से बहाल करने की मांग
राशिद ने जम्मू-कश्मीर में दरबार मूव फिर से बहाल करने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक दरबार मूव को फिर से बहाल किया जाना चाहिए, जिससे केंद्र शासित प्रदेश में लोगों के बीच संबंध मजबूत हों। जब राज्य में नई सरकार बनेगी, तो उसकी राजधानी श्रीनगर होगी या जम्मू?
राशिद ने कहा- दरबार मूव एक अच्छी परंपरा थी, जिसने दोनों क्षेत्रों के बीच सांस्कृतिक और भावनात्मक जुड़ाव को बढ़ावा देते हुए एक बंधन तंत्र के रूप में काम किया। उन्होंने कहा कि केवल ये कहना कि हमारे कुछ करोड़ रुपए इस पर खर्च किए गए, मुझे एक कानूनी तर्क नहीं लगता। जब मैं सचिवालय गया तो देखा कि लोगों का काम प्रभावित हो रहा है।
क्या है दरबार मूव
दरबार मूव जम्मू-कश्मीर के सचिवालय और अन्य सभी सरकारी कार्यालयों को एक राजधानी से दूसरे राजधानी शहर में हर दो साल में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया को दिया गया नाम था। मई से अक्टूबर तक सरकारी कार्यालय ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में और बाकी छह महीने शीतकालीन राजधानी जम्मू में स्थित होते थे।
रविंद्र रैना का दावा- BJP निर्दलियों के समर्थन से सरकार बनाएगी
ANI को दिए इंटरव्यू में रैना ने कहा- मुझे विश्वास है कि भाजपा कश्मीर में भी अपना खाता खोलेगी। भाजपा ने काउंटिंग (8 अक्टूबर) वाले दिन के लिए अपने काउंटिंग एजेंट्स और नेताओं के साथ चर्चा की है।
जब 8 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर में वोटों की गिनती होगी, तो मुझे विश्वास है कि भाजपा जीतेगी। भाजपा जम्मू-कश्मीर में लगभग 35 सीटें जीतेगी और भाजपा समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों और स्वतंत्र छोटी पार्टियों के समर्थन से सरकार बनाने में सक्षम होगी।
PDP नेता ने कहा था- हम जानते हैं सरकार बनाने में PDP अहम भूमिका निभाएगी
लाल चौक विधानसभा सीट से पीडीपी उम्मीदवार जुहैब यूसुफ मीर ने 6 अक्टूबर को कहा था कि हमारी नजर में एग्जिट पोल का कोई मतलब नहीं है, ये सिर्फ टाइम पास चीज है, लेकिन हम जानते हैं कि हमारी पार्टी जम्मू-कश्मीर में बनने वाली सेक्युलर सरकार का अहम हिस्सा बनेगी।
मीर ने कहा था कि हमने पहले भी कहा था कश्मीर की पहचान बचाने के लिए हम कोई भी कदम उठाने को तैयार हैं। ये बेहद जरूरी है कि हम एक सेक्युलर सरकार बनाएं जो भाजपा के खिलाफ हो, उसके साथ नहीं।

