मणिपुर के मोरेह इलाके में बुधवार (17 जनवरी) की सुबह उग्रवादियों ने सुरक्षाबलों की गाड़ी पर हमला कर दिया। इसमें इंडियन रिजर्व बटालियन (IRB) के जवान वांगखेम सोमरजीत की मौत हो गई। इसके अलावा एक और जवान घायल हो गया। हमलावर कुकी समुदाय के बताए गए हैं।
पुलिस ने बताया कि बुधवार की सुबह मोरेह में सुरक्षाबलों और उग्रवादियों के बीच तीन अलग-अलग जगहों पर मुठभेड़ हुई। उपद्रवियों ने मोरेह SBI के पास सुरक्षाबलों की एक चौकी पर बम फेंके और गोलीबारी की। उग्रवादियों ने अस्थायी कमांडो पोस्ट पर गोले भी दागे, जिससे आसपास खड़े कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। फिलहाल तेंगनौपाल जिले में कर्फ्यू लगा है।
मोरह में लगातार जारी हिंसा को देखते हुए राज्य सरकार ने केंद्र से मदद मांगी है। कमिश्मर होम टी रंजीत सिंह ने मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स के एडिशनल सेकेट्री को लेटर लिखा है। उन्होंने कहा कि यहां हालात बिगड़ते जा रहे हैं।
किसी भी वक्त मेडिकल इमरजेंसी बढ़ सकती है। इसलिए हेलिकॉप्टर दिए जाएं।
पुलिस के मुताबिक, अक्टूबर 2023 में मोरेह के SDPO रहे आनंद सिंह चौधरी की हत्या कर दी गई थी। 15 जनवरी को इस मामले में दो संदिग्ध फिलिप खोंगसाई और हेमोखोलाल मटे को गिरफ्तार किया गया। इनकी गिरफ्तारी का स्थानीय लोग लगातार विरोध कर रहे हैं।
दोनों आरोपियों को न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां से उन्हें 9 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है। इनके पास से एक पिस्तौल, एक चीनी हथगोला, दस जिंदा राउंड और दस डेटोनेटर जब्त किए गए थे।
स्थानीय लोगों ने इन दोनों की रिहाई की मांग करते हुए मोरेह पुलिस स्टेशन के सामने विरोध प्रदर्शन भी किया था।
कुकी इनपी तेंगनौपाल (KIT), चुराचांदपुर जिला स्थित इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) और कांगपोकपी जिला स्थित कमेटी ऑन ट्राइबल यूनिटी (COTU) ने दोनों की गिरफ्तारी का विरोध किया है। सभी का कहना है कि इन दोनों का एसडीपीओ आनंद सिंह की हत्या से कोई संबंध नहीं है।

