अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हो गई है। इस मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा- आज 500 साल बाद रामलला यहां लौटे हैं। रामलला के साथ भारत का स्व लौट कर आया है।
उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। प्रभु राम की कृपा से अब कोई अयोध्या की परिक्रमा में बाधा नहीं बन पाएगा। अयोध्या की गलियो में गोलियों की गड़गड़ाहट नहीं होगी। यहां की गलियां श्री राम नाम से गूंजेंगी।
नया भारत खड़ा होके रहेगा, आज का कार्यक्रम इसका प्रतीक
पूरे विश्व को त्रासदी से राहत देने वाला एक नया भारत खड़ा होके रहेगा। आज का कार्यक्रम इसका प्रतीक है। जोश की बातों में होश की बातें करने का काम मुझे सौंपा जाता है। PM को जितना कठोर व्रत करने को कहा गया था, उन्होंने उससे ज्यादा कठोर व्रत किया। वे तपस्वी हैं।
पीएम ने भी तप किया, अब हमें भी करना है
पीएम ने तप किया। अब हमें भी तप करना है। हमें छोटी-छोटी बातों पर लड़ाई छोड़नी होगी। हमको आपस में समन्वय रखकर चलना होगा। सब हमारे ही हैं। सरकार की कई योजनाएं राहत दे रही है। लेकिन समाज के लोग हमारे भी लोग हैं। हमें भी सेवा और परोपकार के रास्ते पर चलना होगा। अपने लिए उतना ही रखें जितने की जरुरत हो।
रामलला को वापस लाने वालों को कोटि-कोटि नमन
RSS प्रमुख ने आगे कहा, जिनके त्याग, तपस्या, प्रयासों से आज हम यह स्वर्ण दिवस देख रहे हैं, उनका स्मरण प्राण-प्रतिष्ठा के संकल्प में हमने किया। उनके प्रयासों को कोटि बार नमन है। इस युग में आज के दिन रामलला के फिर वापस आने का इतिहास जो-जो स्मरण करेगा, वह राष्ट्र के लिए होगा।
हर मन में राम नाम, हर आंख में संतोष के आंसू
आज इस ऐतिहासिक अवसर पर भारत का हर ग्राम, हर नगर अयोध्या धाम है। हर मन में राम नाम है। हर आंख हर्ष और संतोष के आंसू से भीगी हैं। हर जुबान राम नाम जप रही है। रोम-रोम में राम रमे हैं। यह ‘राम राज्य’ की शुरुआत है। ऐसा लगता है कि हम त्रेता युग में प्रवेश कर गए हैं।
अयोध्या की सड़कें अब गोलियों की आवाज से नहीं गूंजेंगी
अब अयोध्या की सड़कें गोलियों की तड़तड़ाहट से नहीं गूंजेंगी। कोई कर्फ्यू नहीं होगा। अब यहां दीपोत्सव और रामोत्सव होगा। गलियों में श्री राम नाम ‘संकीर्तन’ गूंजेगा क्योंकि यहां रामलला की स्थापना है।
पीढ़ी का सौभाग्य, भव्य आयोजन का गवाह बने
सीएम योगी ने कहा, पूरा देश इस आयोजन से खुश है और इस पीढ़ी का सौभाग्य है कि वह इस भव्य आयोजन का गवाह बन सकी है। इस समय दुनिया की नजरें अयोध्या की ओर हैं और हर कोई यहां आना चाहता है। श्री राम जन्मभूमि मंदिर में विराजमान श्री राम की मूर्ति का बाल स्वरूप प्रत्येक सनातनी के जीवन को रास्ता दिखाता रहेगा।

