कोलकाता हाईकोर्ट ने लॉ कॉलेज में गैंगरेप को लेकर दाखिल की गई तीन जनहित याचिकाओं (PILs) पर सुनवाई की। हाईकोर्ट ने बंगाल के सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में छात्र संघ कार्यालयों को बंद करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने राज्य सरकार से भी रिपोर्ट मांगी है।
जस्टिस सौमेन सेन और जस्टिस स्मिता दास डे की बेंच ने कहा कि छात्र चुनाव होने तक ये कमरे बंद रहेंगे। कोर्ट ने कहा कि ऐसे कमरों का इस्तेमाल किसी भी काम के लिए नहीं किया जा सकता है। जरूरत होने पर वैध कारणों के साथ यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार को आवेदन देना होगा।
वहीं, पश्चिम बंगाल बार काउंसिल ने बुधवार को मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा की मेंबरशिप रद्द कर दी और उनका नाम वकीलों की सूची से हटा दिया। बार काउंसिल के चेयरमैन अशोक देब ने बताया कि गंभीर और अमानवीय अपराध के आरोपों के चलते आरोपी को बार काउंसिल की सूची से हटाया गया है।
एडवोकेट सायन बनर्जी की जनहित याचिका में दावे…
मामले का मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज के छात्र संघ के नाम पर गतिविधियां चलाता रहा है।
2017 के बाद से पश्चिम बंगाल में कोई छात्र संघ चुनाव नहीं हुआ, फिर भी पूर्व छात्रों और गैर-निर्वाचित व्यक्ति संघ कार्यालय अवैध रूप से चला रहे हैं।
सभी छात्र संघ कार्यालय बिना किसी मंजूरी या कानून के प्रावधान के अपना संचालन जारी रखे हुए हैं ।
चिंता की बात यह है कि छात्र, पदाधिकारी, कक्षा प्रतिनिधि, जो पिछले चुनाव में चुने गए अऔर नॉमिनेट किए गए थे, वे अभी भी छात्र संघ में पिछले पद के आधार पर कैंपस में आसानी से आ रहे हैं।
पुलिस बोली- गुमराह कर रहे तीनों आरोपी
पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी अलग-अलग बयान दे रहे हैं ताकि जांच को भटकाया जा सके। एक अधिकारी ने कहा कि तीनों लॉ स्टूडेंट हैं, इन्हें कुछ कानूनी चालें आती हैं। साथ ही पुलिस यह पता लगाने की कोशिश भी कर रही है कि मनोजित, जैब अहमद और प्रमीत मुखर्जी अपनी गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले किन-किन लोगों से मिले थे या किन लोगों के संपर्क में थे।
पुलिस ने लॉ कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल से दो बार पूछताछ की
पुलिस ने कॉलेज की वाइस-प्रिंसिपल डॉ. नयना चटर्जी से भी दो बार पूछताछ की है। मनोजित मिश्रा ने उनसे 26 जून की सुबह फोन पर बात की थी। बुधवार को पुलिस ने उन 16 लोगों से भी पूछताछ की, जो घटना के वक्त कॉलेज परिसर में मौजूद थे।
पुलिस को सुरक्षा गार्ड के कमरे से जब्त एक चादर पर एक दाग मिला है, और यह जांच की जा रही है कि उसका इस घटना से कोई संबंध है या नहीं।
इस बीच, कोलकाता पुलिस के डिटेक्टिव डिपार्टमेंट (DD) ने बुधवार को इस केस की जांच अपने हाथ में ले ली है। अब तक SIT जांच कर रही थी।

