हिमाचल प्रदेश में 20-21 जून को मानसून की एंट्री हुई थी। अब तक 20 से ज्यादा जगह बादल फटने की घटना हो चुकी हैं। अकेले 30 जून की रात मंडी और किन्नौर में 16 जगह बादल फटे थे।
इस मानसून में राज्य में लैंडस्लाइड-बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में अब तक 51 लोगों की मौत हो चुकी है। 22 से ज्यादा लोग लापता हैं। 40 के करीब मकान पूरी तरह ढह गए हैं। मंडी जिले से बहने वाली ब्यास नदी उफान पर है। राज्य में आज तेज बारिश का रेड अलर्ट है।
मंडी के पास सराज क्षेत्र में बादल फटने के बाद भारी बारिश से पटिकरी पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह तबाह हो गया। घटना के वक्त इसमें 12 कर्मचारी काम कर रहे थे। सभी ने किसी तरह भागकर जान बचाई।
गोवा के लिए 7 जुलाई तक यलो अलर्ट, समुद्र से दूर रहने की सलाह
गोवा में बुधवार को जोरदार बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने गोवा के लिए 7 जुलाई तक यलो अलर्ट जारी किया है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण गोवा के धारबंदोरा तालुका में पिछले 24 घंटों में 31.1 मिमी बारिश दर्ज की गई, उसके बाद फोंडा में 30 मिमी बारिश हुई। उत्तर गोवा के सत्तारी तालुका में 29.6 मिमी बारिश दर्ज की गई।
बादल फटने से पटिकरी पावर प्रोजेक्ट तबाह, 16 लोगों ने भागकर जान बचाई थी
मंडी के पास सराज क्षेत्र में बादल फटने के बाद भारी बारिश से पटिकरी पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह तबाह हो गया। घटना के वक्त इसमें 12 कर्मचारी काम कर रहे थे। सभी ने भागकर जान बचाई।
इस प्रोजेक्ट को 2023 में भी भारी नुकसान हुआ था। इसे देखते हुए पावर हाउस की सुरक्षा के लिए 6 मीटर ऊंची और 150 मीटर लंबी प्रोटेक्शन वॉल बनाई गई थी। मगर बादल फटने के बाद बाढ़ का पानी इसके ऊपर से बहकर आ गया।

