क्या तीसरी लहर भारत में आ चुकी है?
जिस तरह से कोरोनावायरस की पहली और दूसरी लहर ने पूरे देश में कोहराम मचाया है ऐसे में हाल ही में बढ़ रहे कोरोनावायरस के मामले ने एक बड़ा सवाल खड़ा किया है क्या देश में कोरोनावायरस की तीसरी लहर ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है? एक्सपर्ट्स की माने तो उन्होंने अंदाजा लगाया था कि भारत में जल्द ही तीसरी लहर का प्रकोप भी देखने को मिलेगा वहीं अगस्त की शुरुआत होते ही एक बार फिर से कोरोनावायरस के मामले बढ़ने लग गए हैं ताजा आंकड़ों की अगर बात की जाए तो पिछले 24 घंटे में कोरोनावायरस के 40195 मामले पूरे देश से निकल कर आए हैं वही 490 लोगों ने अपनी जान भी गंवा दी है। यूनियन हेल्थ मिनिस्ट्री के डाटा के अनुसार 37 ऐसे शहर है जहां पर कोविड-19 के मामले पिछले एक हफ्ते में बढ़े हैं। वहीं कई प्रदेशों में स्कूल और कॉलेज भी खोलने की तैयारी चल रही है अब ऐसे में कोरोनावायरस की तीसरी लहर से निपटना काफी मुश्किल हो सकता है।
क्यों खतरनाक है तीसरी लहर पहली और दूसरी से?
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि साल 2020 की शुरुआत में कोरोनावायरस की पहली लहर ने देश को अपनी चपेट में लिया जिसमें कई लोगों ने अपनी जान गवा दी वहीं देश लॉकडाउन की स्थिति में चला गया वही साल 2020 मार्च के अंत से कोरोनावायरस की दूसरी लहर ने अपना असर दिखाना शुरू किया जो पहली से भी खतरनाक थी आखिर क्या अंतर है पहली दूसरी और तीसरी कोरोनावायरस की लहर में क्यों यह एक दूसरे से ज्यादा खतरनाक रूप ले रही हैं? वायरस पर स्टडी करने वाले वायरोलॉजी एक्सपर्ट का कहना है कि वायरस अपने जेनेटिक मैटेरियल, राइबोस न्यूक्लिक एसिड (RNA), में लगातार बदलाव करता रहता है जिसकी वजह से वायरस के नए-नए रूप सामने आते हैं इन्हें ही वायरस का न्यू वैरिएंट/ स्ट्रेन कहते हैं। लगातार वायरस में होने वाले बदलाव की वजह से वह और भी खतरनाक बनता जाता है और उसके अंदर फैलने की क्षमता भी अधिक हो जाती है जिस वजह से आने वाली हर लहर पिछली लहर से खतरनाक साबित हो रही है। देश में कोरोनावायरस की दूसरी लहर ने जिस तरह से तबाही मचाई थी वह मंजर शायद ही कोई भूल पाए वहीं एक्सपर्ट्स ने तीसरी लहर के भी संकेत दे दिए थे जिसका असर भी शायद कुछ जगह पर देखने को मिलने लगा है।