पंजाब सरकार संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेताओं से मीटिंग के लिए तैयार हो गई है। सोमवार को चंडीगढ़ में पंजाब CM और किसानों के बीच बहस के बाद भगवंत मान बैठक छोड़कर चल गए थे। मंगलवार सुबह किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल समेत कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया।
इसके अलावा, किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के नेता दिलबाग सिंह गिल को घर में नजरबंद किया गया है। पुलिस संगरूर में भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) के अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहां के घर भी पहुंची, लेकिन वह नहीं मिले। किसानों पर कार्रवाई को लेकर SKM ने लुधियाना में इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। उन्होंने कहा कि 5 मार्च को चंडीगढ़ में प्रदर्शन होगा।
उधर, विवाद बढ़ने पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा- मैंने किसानों से पूछा था कि प्रदर्शन का क्या रहेगा? किसानों का कहना था कि जारी रहेगा। फिर मैंने कहा कि मुझे ढाई घंटे तक क्यों बैठाया? ये मांगें मुझसे संबंधित नहीं थीं। ये मांगें केंद्र से हैं। इस पर किसानों का कहना था कि डर कर आप मीटिंग में आए हैं। मैं उन्हें यह कहकर आया था कि मैं मित्र की तरह हूं। मीटिंग और मोर्चा साथ नहीं चलेगा।
कृषि मंत्री खुडि्डयां बोले- कोई विवाद नहीं हुआ
पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडि्डयां ने कहा कि किसान जब चाहे मीटिंग कर सकते हैं। किसान हमारे सत्कार योग हैं। कल मीटिंग काफी अच्छे माहौल में चल रही थी। किसान 18 मांगे लेकर आए थे, 8 मांगों पर चर्चा हुई।
CM ने किसानों को कहा कि रोजाना बंद या जाम होने से लोगों को नुकसान होता है। हम सेंटर (केंद्र सरकार) से मिलकर लड़ेंगे। बस इतनी ही बात हुई है। किसानों ने कहा कि देखेंगे। कोई बहसबाजी नहीं हुई। CM साहब ने कहा था कि 6 बजे डॉक्टरों से मिलाना है, इसलिए उन्हें जाना होगा। सरकार के 2 मंत्री मौजूद रहेंगे। वहां कोई विवाद नहीं हुआ।

