जालंधर। पंजाब की 117 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हो रहा है। ऐसे में तमाम दिग्गजों ने भी लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा लेते हुए अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, शिरोमणि अकाली दल प्रमुख सुखबीर बादल उनकी पत्नी हरसिमरत सिंह कौर, कांग्रेस प्रदेश प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई मनोहर सिंह समेत तमाम दिग्गजों ने मतदान किया।
दिग्गजों ने क्या कुछ कहा ?
पूर्व मुख्यमंत्री और लांबी से शिअद प्रत्याशी प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि हम पिछली तीन पीढ़ियों से एक ही स्थान पर मजबूती से खड़े हैं। जबकि कैप्टन अमरिंदर सिंह जैसे कई अन्य लोग चुनावी टिकट न मिलने पर दूसरी पार्टियों में चले गए हैं।
जलालाबाद से शिअद उम्मीदवार और पार्टी प्रमुख सुखबीर बादल ने कहा कि मैं बस इतना ही कहना चाहूंगा कि शिरोमणि अकाली दल-बसपा क्लीन स्वीप करने जा रही है। हमें 80 से अधिक सीटें मिलेंगी। शिअद नेता हरसिमरत कौर ने कहा कि आज लोग स्थिर, मजबूत सरकार चाहते हैं। एक सीमावर्ती राज्य के रूप में इसके सामने कई चुनौतियां हैं। मुझे यकीन है कि एक आजमाई हुई और परखी हुई स्थानीय, क्षेत्रीय पार्टी के पक्ष में क्लीन स्वीप होने जा रहा है जो स्थानीय लोगों की आकांक्षाओं को समझती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी स्थिर सरकार नहीं दे सकती हैं। चन्नी अपनी कुर्सी के लिए पिछले 9 महीने से लड़ रहे हैं। जहां तक आम आदमी पार्टी की बात है तो वह अपने विधायकों को भी नहीं संभाल सकते हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी पत्नी नवजोत कौर के साथ मतदान किया। इससे पहले उन्होंने कहा कि एक तरफ माफिया है, कैप्टन अमरिंदर और प्रकाश सिंह बादल के परिवार जिन्होंने पंजाब की कोस्ट पर निजी स्वार्थों से बंधे होकर अपना व्यापार चलाया और पंजाब को दीमक की तरह चाटा। दूसरी तरफ उस सिस्टम को बदलने की चाह रखने वाले, पंजाब को प्यार करने वाले हैं।
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई मनोहर सिंह बस्सी पठाना से निर्दलीय लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक अच्छा फैसला (चन्नी बतौर मुख्यमंत्री चेहरा) किया। लोगों ने इस फैसले को स्वीकार कर लिया है, मेरे भाई के काम से पार्टी को फायदा होगा और वे सरकार बनाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं निर्वाचन क्षेत्र में कार्यरत था। मेरे पास जीतने की क्षमता थी- मैं नहीं, बल्कि उनका सर्वेक्षण, यह कहता है। फिर भी हाईकमान ने मेरी उपेक्षा की। मुझे चुनाव लड़ना था क्योंकि लोगों ने मुझे बताया था। मुझे उम्मीद है कि मैं पास हो जाऊंगा।

