New Delhi/Atulya Loktantra: सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायधीश रंजन गोगोई ने गुरुवार को राज्यसभा सांसद के तौर पर शपथ ली. जब वह सदन में शपथ ले रहे थे, तब कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने हंगामा किया. अब इसपर रंजन गोगोई का बयान आया है, उन्होंने कहा कि वो लोग जल्द ही मेरा स्वागत करेंगे, वहां पर कोई भी आलोचक नहीं है.
पूर्व CJI रंजन गोगोई ने ली शपथ
बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है. इसी के बाद गुरुवार को उन्होंने राज्यसभा सांसद के तौर पर शपथ ली, वह 6 साल तक सदन में रहेंगे. गुरुवार को जब राज्यसभा में रंजन गोगोई शपथ ले रहे थे, तब कांग्रेस सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी. कांग्रेस की अगुवाई में विपक्षी पार्टियों ने इस दौरान शेम-शेम के नारे लगाए और ऐसा करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया.
कांग्रेस ने लगाया है बड़ा आरोप
कांग्रेस पार्टी की ओर से पूर्व CJI रंजन गोगोई को मनोनीत किए जाने पर सवाल खड़े किए हैं. राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा का कहना है कि हमें आपत्तियां हैं क्योंकि वह एक विवादास्पद मुख्य न्यायाधीश थे. उनकी नियुक्ति ने Quid Pro Quo का मुद्दा उठाया है. यह न्यायपालिका की स्वतंत्रता को कमजोर करता है. कांग्रेस नेता ने कहा कि वह हाल ही में रिटायर हुए हैं और विवादित फैसले दिए हैं.
कानून मंत्री ने किया पूर्व जस्टिस का बचाव
सदन में हुई नारेबाजी के बाद केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बयान दिया. राज्यसभा में रविशंकर बोले कि रंजन गोगोई से पहले भी कई पूर्व चीफ जस्टिस और मशहूर हस्तियां इस सदन का हिस्सा रह चुके हैं, हर किसी ने अपने तरीके से योगदान दिया है. ऐसे में विपक्ष को इस तरह का व्यवहार नहीं करना चाहिए.
आपको बता दें कि रंजन गोगोई देश के 46वें चीफ जस्टिस रहे हैं. उन्होंने तीन अक्टूबर 2018 से 17 नंवबर 2019 तक देश के मुख्य न्यायधीश रहे हैं. पिछले साल अयोध्या के रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर जो फैसला आया था, उस बेंच की अगुवाई रंजन गोगोई ही कर रहे थे.