मध्य प्रदेश के कई जिलों में कल रात से तेज बारिश हो रही है। श्योपुर में खेतों में काट कर रखा धान तेज बारिश में बह गया। इससे किसानों को बड़ा नुकसान हुआ। वहीं मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड में तेज बारिश का अलर्ट भी जारी किया गया है।
उधर, बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र आंध्रप्रदेश की तरफ बढ़ता जा रहा है। 27 अक्टूबर को यह चक्रवात में बदल सकता है। इसे मोन्था नाम दिया है, जो थाईलैंड ने दिया है। जिसका अर्थ है सुगंधित फूल या सुंदर फूल। इसके लिए प्रशासन अपनी तैयारियों में जुट गया है। इसको लेकर जीरो कैजुअल्टी का टार्गेट रखा गया है। सेना को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है।
इधर, दिल्ली में रविवार की सुबह इस सीजन में सबसे ठंडी रही। पिछले दो साल में अक्टूबर का तापमान सबसे कम रिकॉर्ड किया गया जो की 15.8 डिग्री सेल्सियस रहा। रविवार सुबह आनंद विहार और वजीरपुर में लगातार दूसरे दिन AQI लेवल 400 से ज्यादा दर्ज हुआ। पंजाब के कपूरथला में AQI लेवल 1000 से ज्यादा रिकॉर्ड हुआ।
मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में बना डिप्रेशन 26 अक्टूबर तक डीप डिप्रेशन में बदल जाएगा और 27 अक्टूबर की सुबह तक चक्रवात मोन्था में बदल जाएगा। यह 28 अक्टूबर की शाम या रात को आंध्रप्रदेश के काकीनाड़ा के पास तट से टकरा सकता है।
तूफान के दौरान 90–100 kmph की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। आंध्र प्रदेश, ओडिशा और तेलंगाना में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
वहीं, चक्रवात मोन्था के खतरे को देखते हुए ओडिशा फायर विभाग पूरी तरह अलर्ट पर है। विभाग ने बताया कि 27 से 29 अक्टूबर के बीच तूफान के असर की आशंका है। सभी जरूरी इंतजाम कर लिए गए हैं।
फायर ब्रिगेड अधिकारियों ने कहा है कि वे पूरी तरह तैयार हैं। सभी पावर बोट, OBM, पावर कटर और पोर्टेबल लाइट्स तैयार रखी हैं ताकि अंधेरे में भी राहत और बचाव किया जा सके।
बालासोर डीएम ने कहा कि चक्रवात के सदर इलाके में लैंडफॉल की संभावना है। मौसम विभाग ने 27 से 29 अक्टूबर तक यलो अलर्ट और 30 अक्टूबर को ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। सभी विभागों 24 घंटे एक्टिव हैं।
उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है, सूखी राशन सामग्री का इंतजाम किया गया है और मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है।
वहीं गंजम में मोन्था को लेकर प्रशासन ने जीरो कैजुअल्टी का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिला कलेक्टर कीर्ति वासन वी ने सभी सरकारी कर्मचारियों को 30 अक्टूबर तक मुख्यालय में ही रहने के निर्देश दिए हैं।

