इंडियन आर्मी और इंडियन एयरफोर्स के लिए एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (ALH) ध्रुव को जांच के बाद उड़ान की मंजूरी मिल गई है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने इसे जल्द शुरू करने की योजना बनाई है। तकनीकी खराबी के कारण इसकी उड़ान पर रोक लगी थी।
ALH ध्रुव के स्वैशप्लेट में खराबी की बात सामने आई थी। इसका पता 5 जनवरी 2025 को पोरबंदर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश के बाद चला था। हादसे में कोस्ट गार्ड के दो पायलट और एक क्रू मेंबर की मौत हुई थी। हादसे की जांच में स्वैशप्लेट की खराबी के कारण क्रैश की बात सामने आई थी।
ALH ध्रुव के अलावा दूसरे हेलिकॉप्टरों में भी इस तरह की खराबी पाई गई थी। इसके बाद जनवरी 2025 से 300 से अधिक ध्रुव हेलिकॉप्टरों की उड़ानें रोक दी गईं थी। इंडियन एयरफोर्स के पास 107, नेवी के पास 14 और आर्मी के पास 191 ध्रुव हेलिकॉप्टर हैं।
साल 2024 तक हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने कुल 400 से अधिक ध्रुव हेलिकॉप्टर का उत्पादन किया है, जिनमें सैन्य और नागरिक दोनों वर्जन शामिल हैं।
25 अप्रैल: DRDO ने स्क्रैमजेट इंजन की सक्सेसफुल टेस्टिंग की
DRDO ने 25 अप्रैल को हाइपरसोनिक वेपन टेक्नोलॉजी में बड़ा मुकाम हासिल किया था। हैदराबाद की डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट लैबोरेटरी (DRDL) ने 1,000 सेकेंड से ज्यादा समय तक एक्टिव कूल्ड स्क्रैमजेट सब स्केल कंबस्टर का ग्राउंड टेस्ट किया था।
यह टेस्ट DRDO की स्टेट ऑफ आर्ट एडवांस सेंटर (स्क्रैमजेट कनेक्ट टेस्ट फैसिलिटी) में किया गया था। इससे पहले जनवरी 2025 में भी इसी इंजन का 120 सेकेंड का सफल टेस्ट हुआ था। अब 1,000 सेकेंड के इस टेस्ट के बाद यह सिस्टम फुल-स्केल उड़ान के लिए तैयार माना जा रहा है।
 
					
 
			 
                                
                             
 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		