नेवी चीफ एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है। मई 2025 में शुरू हुए इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय नौसेना ने पाकिस्तानी नेवी के खिलाफ मजबूत तैनाती की। इसके कारण पाकिस्तान नौसेना अपने जहाज बंदरगाहों से बाहर नहीं निकाल सकी और अरब सागर के पास मकरान तट तक ही सीमित होकर रह गई।’
नेवी चीफ ने कहा कि बीते 7-8 महीने से पश्चिमी अरब सागर में हमारे ऑपरेशन लगातार जारी है। इससे चलते पाकिस्तान की ओर जाने वाले व्यापारी जहाजों के रूट कम हुए हैं। उनकी बीमा राशि महंगी हुई है। इसके चलते पड़ोसी देश पर वित्तीय दबाव बढ़ा है। नेवी चीफ ने मंगलवार को दिल्ली में नेवी की सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह बात कही।
नशीली दवाओं की तस्करी रोकने के अभियान में नेवी यूनिट्स ने पिछले साल अन्य राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर ₹43,300 करोड़ के ड्रग्स जब्त किए। हम पहले रिस्पॉन्डर के रूप में अपनी जिम्मेदारियां बहुत प्रभावी तरीके से निभा रहे हैं और हमें इस पर गर्व है।
हमने एक सबमरीन को शामिल किया है, जिसे प्रधानमंत्री ने 15 जनवरी को ट्राई-शिप कमीशनिंग इवेंट के दौरान कमीशन किया था। पिछले नेवी डे के बाद से 12 वॉरशिप शामिल किए हैं। INS उदयगिरी को हमारे वॉरशिप डिजाइन ब्यूरो ने बनाया है। ये हमारा 100वां स्वदेशी वॉरशिप है।
हमने 2021 में नेवल इनोवेशन एंड इंडिजिनाइजेशन ऑर्गनाइजेशन (NIIO) और टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट एक्सेलेरेशन सेल (TDAC) बनाया। ये दोनों डिफेंस इनोवेशन ऑर्गेनाइजेशन और डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस प्रोडक्शन (DDP) के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
नेवी चीफ एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने दो महिला अफसर लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा की तारीफ की। उन्होंने बताया कि दोनों महिला अफसरों ने 2 अक्टूबर 2024 से 29 मई 2025 के बीच 240 दिनों में 23,400 समुद्री मील की विश्व परिक्रमा पूरी की।
नेवी चीफ ने कहा- इस सफर में दोनों ने 4 महाद्वीप, 3 महासागर और 3 प्रमुख केप- केप ऑफ गुड होप, केप लीविन और केप हॉर्न (खतरनाक समुद्री मोड़) को पार किया। दुनिया में अब तक केवल करीब 1900 नाविक ही ऐसी यात्रा पूरी कर पाए हैं।
नेवी चीफ एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने कहा कि साइक्लोन दितवाह के दौरान भारत ने पड़ोसी देश श्रीलंका की मदद की। हमने ऑपरेशन सागर बंधु चलाया। इसके तहत नौसेना ने तुरंत राहत भेजी। INS विक्रांत और INS उदयगिरी के जरिए 12 टन राहत सामग्री पहुंचाई गई। INS विक्रांत के हेलिकॉप्टरों ने बाढ़ में फंसे 8 लोगों को बचाया। INS सुकन्या ने त्रिंकोमाली में 10-12 टन और मदद पहुंचाई।

