एसआईटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद आशीष मिश्रा समय 14 आरोपियों के ऊपर अब 279, 338, 304 A की जगह अटेम्प टू मर्डर, हत्या समेत अन्य गम्भीर धारायें लगाई गई हैं। गौरतलब है कि इससे पहले केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे या दावा करते रहे हैं कि वह एक हादसा था और किसान उनकी गाड़ी के नीचे आ गए थे लेकिन एसआईटी जांच की रिपोर्ट के बाद अब उनका झूठ बेनकाब हो गया है और आशीष मिश्र की मुश्किलें बढ़ गई हैं अभी उनकी कोर्ट से अर्जी कई बार खारिज हो चुकी है लेकिन अब यह रिपोर्ट आने के बाद आशीष मिश्रा समेत 14 आरोपियों की मुश्किलें बढ़ना तय है।
3 अक्टूबर को हुआ था लखीमपुर खीरी कांड
बता दें बीते 3 अक्टूबर को विरोध कर रहे किसानों के ऊपर अजय मिश्र टेनी के बेटे ने अपने समर्थकों के साथ थार जीप से किसानों की भीड़ को रौंदते हुए निकल गए थे। इस हादसे के बाद किसान भी आंदोलित हो गए और पीटकर 3 लोगों की जान ले ली। इसमें एक पत्रकार भी मारा गया था। जिसके बाद से पूरे देश में इस घटना को लेकर बवाल मचा।
यूपी में बीजेपी के लिए एक कड़ी मुश्किल हो गई थी।अभी तक इस मामले को लेकर किसान और विपक्ष उन पर हमलावर है, जिसके बाद अब एसआईटी की रिपोर्ट आने से एक बार फिर बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती है। चुनावी माहौल के बीच विपक्ष और किसान नेता राकेश टिकैत इसे लगातार मुद्दा बना रहे हैं और अब अजय मिश्र टेनी को लेकर विपक्ष एक बार फिर हमलावर रुख अपना सकता है। क्योंकि राकेश टिकैत समेत तमाम किसान नेता वित्त मंत्री वित्त राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे और उन पर मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अभी भी अड़े हैं।