ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के माध्यम से ड्रोन के जरिए दूर-दराज के इलाकों में दवाओं की डिलीवरी की जाएगी। तीन महीने इस प्रोजेक्टर के डेटा का एनालिसिस किया जाएगा। उसके बाद उड्डयन मंत्रालय, आइटी मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, राज्य सरकार और केंद्र मिलकर पूरे देश के लिए एक मॉडल तैयार करेंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज का दिन ना केवल तेलंगाना बल्कि पूरे देश के लिए बहुत क्रांतिकारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के कारण ही इस ड्रोन पॉलिसी को तैयार किया गया और फिर आज इसका शुभारंभ किया गया है।
नई ड्रोन पॉलिसी में केंद्र ने दी कई छूट
मेडिसिन फ्रॉम स्काई योजना की शुरुआत के मौके पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ तेलंगाना के मंत्री केटी रामाराव भी मौजूद थे। इस दौरान सिंधिया ने कहा कि एनडीए सरकार (NDA government) ने नई ड्रोन पॉलिसी में कई छूट दी है। इसके चलते देश में अब ड्रोन का इस्तेमाल करना सामान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले ड्रोन को ऑपरेट करने के लिए 25 फॉर्म भरने पड़ते थे, लेकिन अब केवल पांच फॉर्म ही भरना पड़ता है। वहीं पहले ड्रोन का इस्तेमाल करने के लिए 72 तरह की फीस भरनी पड़ती थी, लेकिन अब केवल चार तरह की ही फीस भरनी पड़ती है।
आपको बता दें कि तेलंगाना देश का पहला राज्य बन गया है, जहां के दूरदराज के इलाकों में स्वास्थ्य केंद्रों तक दवा पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जायेगा। योजना का शुभारंभ करने से पहले राज्य सरकार की ‘मेडिसिन फ्रॉम द स्काई’ परियोजना के तहत ड्रोन का दो दिवसीय टेस्ट गुरुवार को विकाराबाद शहर में शुरू हुआ था।