बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी ने राज्य सरकार में जेल मंत्री अखिल गिरि से इस्तीफा मांगा है। ये कार्रवाई ममता सरकार में मंत्री अखिल गिरी के एक वायरल वीडियो के बाद हुई है। वीडियो में जेल मंत्री एक महिला अधिकारी को धमकाते दिख रहे हैं। इसपर टीएमसी ने मंत्री को महिला अधिकारी से बिना शर्त माफी मांगने और अपना इस्तीफा देने को कहा है।
3 अगस्त को बंगाल भाजपा ने वायरल वीडियो शेयर किया
बंगाल भाजपा ने शनिवार (3 अगस्त) को अखिल गिरी का महिला अधिकारी से बदसलूकी करते वीडियो शेयर किया था। वीडियो में अखिल गिरी महिला अधिकारी मनीष शॉ पर चिल्लाते हुए दिख रहे हैं। उन्होंने बंगाली में कहा, ‘तुम एक सरकारी कर्मचारी हो। मेरे सामने सिर झुकाकर बात करो। तुम देखना एक हफ्ते में तुम्हारे साथ क्या होता है।’
अखिल गिरी यहीं नहीं रूके। उन्होंने कहा, ‘अपना तरीका सुधारो, नहीं तो डंडे से पीटूंगा। अगर तुमने दोबारा इस मामले में अपनी नाक डाली तो वापस नहीं जा पाओगी। ये गुंडे तुम्हें रात में घर नहीं जाने देंगे।’
टीएमसी ने कहा- इस तरह के व्यवहार का समर्थन नहीं
पार्टी प्रवक्ता डॉ. शांतनु सेन ने कहा, “कल हमारे मंत्री ने एक महिला वन अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार किया, और हमने तुरंत स्पष्ट किया कि हम इस तरह के व्यवहार का समर्थन नहीं करते हैं… हमारे वन मंत्री बीरबाहा हांसदा ने भी अधिकारी से बात की है। आज पार्टी के निर्देश पर हमारे प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी ने अखिल गिरी से टेलीफोन पर बात की है और उन्हें अधिकारी से माफी मांगने और पार्टी को अपना इस्तीफा भेजने का निर्देश दिया है।”
अतिक्रमण हटवाने गई थीं महिला फॉरेस्ट ऑफिसर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अखिल गिरी का यह वीडियो पूर्व मेदिनीपुर जिले के ताजपुर समुद्र तट के पास का है। यहां डिस्ट्रिक्ट फॉरेस्ट ऑफिसर मनीष शॉ अपनी टीम के साथ वन विभाग की जमीन से अतिक्रमण हटवाने गई थीं। इसी दौरान वहां मंत्री पहुंचे और महिला अधिकारी से बहस की।
ये वीडियो कब का है, ये अभी पता नहीं चल पाया है। दैनिक भास्कर वीडियो की पुष्टि नहीं करता। इस मामले में फॉरेस्ट ऑफिसर मनीषा ने भी अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है। भाजपा नेताओं ने मंत्री के व्यवहार को लेकर बंगाल में महिला सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं।
भाजपा बोली- ममता मंत्री को जेल में डालने की हिम्मत करेगी?
भाजपा की बंगाल यूनिट ने X पर लिखा, ‘क्या ममता बनर्जी इस मंत्री को मंत्रिमंडल से बाहर निकालकर सलाखों के पीछे डालने की हिम्मत करेंगी? क्या ममता बनर्जी मंत्री गिरी के खिलाफ सरकारी कर्मचारियों के काम में बाधा डालने और एक महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने का केस दर्ज करेंगी।
भाजपा नेता कौस्तव बागची ने राज्यपाल को पत्र लिखकर मंत्री अखिल गिरि को निष्कासित करने की मांग भी की है। बागची ने कहा- गिरि पहले भी विवादित बातें कह चुके हैं। उन्होंने इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर महिला विरोधी और अपमानजनक टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी ने दुनिया भर में विवाद खड़ा कर दिया था। आखिर में उन्होंने माफी मांगी थी। ऐसा लगता है कि उन्होंने इससे कोई भी सबक नहीं सीखा है।
मंत्री गिरी बोले- वन विभाग गरीबों को परेशान कर रहा
वीडियो वायरल होने के बाद मंत्री गिरी ने अपने ही सरकार के वन विभाग पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा- वन विभाग केवल उन गरीब लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है, जिन्होंने छोटी-छोटी दुकानें खोल रखी हैं, जबकि वन भूमि पर कई निर्माण कार्य हुए हैं। वन विभाग गरीब लोगों को परेशान कर रहा है।
TMC बोली- गिरी के व्यवहार का हम विरोध करते हैं
तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने घटना के बाद कहा- CM ममता और पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी को मामले के बारे में बताया है। वे इस पर नजर रख रहे हैं। हम गिरी के शब्दों और व्यवहार का विरोध करते हैं। अगर गिरी को वन विभाग के बारे में कुछ कहना ही था, तो वे वन मंत्री बीरबाहा हंसदा से बात कर सकते थे। इसके बजाय, उन्होंने डायरेक्ट विभाग की महिला अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार किया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।

