भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने एटीएम से पैसे निकालने पर फीस बढ़ाने का फैसला लिया। इस पर शनिवार (29 मार्च) को कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने बैंकों को कलेक्शन एजेंट में बदल दिया है।
खड़गे ने कहा कि सरकार आम नागरिकों से पैसे लूट रही है। 2018 से 2024 के बीच बचत खातों और जनधन खातों में मिनिमम बैलेंस न रखने पर सरकार ने जनता से लगभग ₹43,500 करोड़ वसूले हैं।
खड़गे ने बैंकिंग फीस की लंबी लिस्ट शेयर की
खड़गे ने सोशल मीडिया पर बैंकों की अलग-अलग तरह फीस की लिस्ट शेयर की। साथ ही कहा कि मोदी सरकार संसद में इस फीस से होने वाली वसूली का डेटा भी साझा नहीं करती। उन्होंने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा, दर्दनाक महंगाई + बेलगाम लूट = वसूली के लिए बीजेपी का मंत्र।
1 मई से एक एक्स्ट्रा ATM ट्रांजैक्शन पर 2 रुपए लगेंगे
RBI की नोटिफिकेशन के अनुसार, 1 मई से ग्राहकों को मंथली फ्री ट्रांजैक्शन लिमिट पार करने पर हर ट्रांजैक्शन के लिए एडिशनल 2 रुपए का भुगतान करना होगा।
इसका मतलब यह है कि जो ग्राहक फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन के लिए ATM पर निर्भर हैं, उन्हें अपनी फ्री ट्रांजैक्शन लिमिट पार करने पर एडिशनल चार्ज देना होगा।
ATM से कैश निकालने पर अब ₹19 चार्ज देना होगा
ऑफिशियल नोटिफिकेशन के अनुसार, 1 मई से ग्राहकों को फ्री लिमिट पूरी हो जाने के बाद ATM से हर फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन के लिए एडिशनल 2 रुपए का भुगतान करना होगा। इस फीस हाइक की वजह से अब ATM से कैश निकालने के लिए हर ट्रांजैक्शन पर 19 रुपए चार्ज देना होगा, जो पहले 17 रुपए था।
ATM ऑपरेटर्स की रिक्वेस्ट के बाद RBI ने यह फैसला लिया
RBI ने व्हाइट-लेबल ATM ऑपरेटर्स की रिक्वेस्ट के बाद इन चार्जेस को रिवाइज करने का फैसला किया। ATM ऑपरेटर्स ने तर्क दिया था कि बढ़ते ऑपरेशनल एक्सपेंस उनके बिजनेस को प्रभावित कर रहे थे। ATM चार्जेस में बढ़ोतरी पूरे देश में लागू होगी। इससे छोटे बैंकों के ग्राहक अधिक प्रभावित हो सकते हैं।

